लखनऊ। बीबीडी इलाके के जुग्गौर में 11 मई को ई-रिक्शा की बैटरी चार्ज करते समय हुए धमाके से पांच लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में तीन महीने बाद गुड़गांव की बैटरी कंपनी स्मार्ट इन के मालिक विकास यादव व मैनेजर नकुल तरुण के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर बीबीडी थाने में गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि खराब बैटरी के कारण ही धमाका हुआ था, जिसमें पांच की मौत हो गई थी। पुलिस नए सिरे से जांच कर रही है।

बैटरी धमाके में बाराबंकी के महमूदपुर में रहने वाले ई-रिक्शा ड्राइवर अंकित कुमार गोस्वामी की पत्नी रोली (25), बेटे कुंज (3), समर, सगे भाई की बेटियों रिया व प्रिया की मौत हुई थी। अंकित ने एफआईआर में लिखाया है कि वह ई-रिक्शा की बैटरी चार्ज करने के लिए स्मार्ट इन कंपनी के लखनऊ स्थित चार्जिंग स्टेशन पर जाता था। यहां कंपनी की ओर से सुविधा भी दी गई थी कि सिक्योरिटी मनी जमा कर वह चार्ज बैटरी भी ले सकता है। उसने 11 हजार रुपये इसके लिए जमा भी कर रखे थे। 10 मई को वह चार्ज बैटरी लेकर आया था। दिनभर ई-रिक्शा चलाने पर बैटरी खत्म हो गई। इस पर वह दूसरी चार्ज बैटरी लेकर आया। 11 मई की सुबह चार बजे यह बैटरी अचानक फट गई। इससे पांच लोगों की जान चली गई। अंकित का आरोप है कि कंपनी के मैनेजर नकुल तरुण ने इलाज के दौरान उसे 1.60 लाख रुपये फोन पे के जरिये दिए थे, लेकिन इलाज में ज्यादा रुपये लगने और इतने लोगों की मौत का मुआवजा मांगने पर उसे धमकियां दी जाने लगीं।



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