जिला अस्पताल में डेंगू की 1092 जांचें, निजी लैबों में सिर्फ 364 टेस्ट

संवाद न्यूज एजेंसी

रायबरेली। डेंगू की जांच के नाम पर मरीजों की जेब पर डाका डालने वाले पैथोलॉजी संचालक स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट देने में भी कंजूसी बरत रहे हैं। अकेले जिला अस्पताल में डेंगू की 1092 जांंचें की गईं, लेकिन जिले में संचालित 100 से अधिक निजी लैब में मात्र 364 मरीजों की ही डेंगू की जांच की गई है। इससे स्पष्ट है कि पैथोलॉजी संचालक रिपोर्ट देने के नाम पर मनमानी कर रहे हैं। जिले में संचालित पांच से सात पैथोलॉजी ही नियमित रिपोर्ट उपलब्ध करा रहे हैं। डेंगू की रोजाना रिपोर्ट न देने वाले संचालकों को सीएमओ ने कार्रवाई की चेतावनी दी है।

शासन ने डेंगू की जांच रिपोर्ट के लिए एक पोर्टल बनाया है, जिस पर सभी पैथोलॉजी संचालकों को रोजाना डेंगू की जांच रिपोर्ट को अपडेट करना है। तमाम प्रयास के बाद भी निजी पैथोलॉजी के संचालक मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। इसी कारण डेंगू के मरीजों की समय से पुष्टि न हो पाने के कारण इलाज शुरू नहीं हो पा रहा है। निजी पैथोलॉजी में रोजाना मरीजों की भीड़ रहती है, लेकिन रिपोर्ट के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है।

हाल यह है कि अकेले जिला अस्पताल में डेंगू की 1092 एलाइजा जांच की जा चुकी है, लेकिन निजी पैथोलॉजी के संचालकों ने मात्र 364 मरीजों की ही जांच की रिपोर्ट सीएमओ को उपलब्ध कराई है।

भूलवश पोर्टल पर अपलोड हो गए केस, हुआ संशोधन

जिला मलेरिया अधिकारी भीखुल्लाह ने बताया कि रामा पैथोलॉजी में रैपिड टेस्ट कार्ड से जांच में डेंगू के लक्षण मिलने पर भूलवश पोर्टल पर रिपोर्ट अपलोड हो गई। विभागीय अधिकारियों ने पोर्टल में रिपोर्ट को संशाेधित करा दिया है। ऐसा होने के बाद सीएमओ ने पैथोलॉजी को पत्र भी जारी करके संबंधित मरीजों के सैंपल एलाइजा जांच के लिए जिला अस्पताल भेजने के निर्देश दिए हैं।

निजी पैथोलॉजी से डेंगू की नियमित रिपोर्ट नहीं आ रही है। इसके लिए सभी को कड़े निर्देश दिए गए हैं। चेतावनी के बाद भी रिपोर्ट न देने पर संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी। -डॉ. वीरेंद्र सिंह, सीएमओ



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