सीतापुर। सीएचसी पर कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने के नाम एक मां-बेटे ने पीड़ित से 80 हजार रुपये ठग लिए। जब-जब पीड़ित अपने पैसे मांगता था तो आरोपी कुछ समय में ही नौकरी दिलाने की बात कहकर उसे शांत करा देते। पीड़ित ने कई बार इसकी शिकायत पुलिस से की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अब न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
थाना रामकोट के गांव जमुनापुर निवासी सर्वेश कुमार ने बताया कि बिशुनापुर निवासी विमला देवी दो साल से सीएचसी खैराबाद के अंतर्गत स्वास्थ्य उपकेंद्र रामकोट में आशा संगिनी के पद पर तैनात हैं। आरोपी और उसका पुत्र अंकुल वर्मा करीब एक साल पहले उसके घर आए और बताया कि स्वास्थ्य विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर जगह खाली है। वह उसे नौकरी दिला देंगे।
विश्वास में लेकर आरोपी उसे खैराबाद अस्पताल ले आए। वहां एक व्यक्ति को अस्पताल के बाहर बुलाकर लाए और बताया कि यह साहब हैं। आरोपियों के झांसे में आकर पीड़ित ने अपने शैक्षिक प्रमाण पत्र, कंप्यूटर प्रमाण पत्र और 80 हजार रुपये उसके पास जमा कर दिए। काफी दिनों बाद भी नौकरी नहीं मिली। जब अपने पैसे मांगे तो आरोपी उसे झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी देने लगे। एसओ अरविंद सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर आरोपी ने हासिल की थी नौकरी
पीडित ने आरोप लगाया है कि आरोपी विमला देवी के कई शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी हैं। इसकी शिकायत उसने की थी। नियुक्ति के समय प्रस्तुत किए गए शैक्षिक प्रमाण पत्र व हाईस्कूल के प्रमाणपत्र में जन्मतिथि अलग-अलग है। फर्जी नियुक्ति में अपने को फंसते देख विमला देवी ने आशा संगिनी से इस्तीफा दे दिया है।