रायबरेली। वाराणसी में नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य चलते निरस्त ट्रेनें पटरी पर लौटने लगी हैं। शनिवार को रूट की तीन ट्रेनें चलने से यात्रियों को को काफी राहत मिली। दूसरी दिशा से तीनों ट्रेनों का संचालन रविवार से शुरू हो जाएगा। इसी हफ्ते गरीब रथ भी चलने लगेगी। निरस्त चल रहीं अन्य ट्रेनें 15 अक्तूबर से बहाल होंगी।
वाराणसी में एक सितंबर से चल रहा नॉन-इंटरलॉकिंग का कार्य 15 अक्तूबर तक पूरा हो जाएगा। इसके लिए तीन चरणों में नौ जोड़ी ट्रेनों में कुछ को निरस्त किया और कुछ के रूट बदल दिए गए। इसके चलते ये ट्रेनें रायबरेली से होकर नहीं चल रही हैं।
इससे परेशान यात्रियों को राहत मिलने लगी। शनिवार को वाराणसी और लखनऊ के बीच चलने वाली अप-डाउन एक्सप्रेस ट्रेन चलने लगी। वाराणसी से देहरादून जाने वाली जनता मेल और नई दिल्ली जाने वाली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस का संचालन भी शुरू हो गया।
पंजाब मेल, नीलांचल एक्सप्रेस और अर्चना एक्सप्रेस के साथ अन्य ट्रेनें 15 अक्तूबर से पटरी पर लौटने लगेंगी। रायबरेली के स्टेशन अधीक्षक रवि रंजन ने बताया कि प्रभावित ट्रेनों के बहाल होने का क्रम शुरू हो गया है। निरस्त चल रही तीन ट्रेनें शनिवार को चलने लगीं।
सवा सात घंटे की देरी से पहुंचीं त्रिवेणी एक्सप्रेस
रायबरेली। ट्रेनों की लेटलतीफी भी यात्रियों की परेशानी बढ़ा रही है। शनिवार को शक्तिनगर से टनकपुर जाने वाली त्रिवेणी एक्सप्रेस सवा सात घंटे देर से पहुंची। लखनऊ से प्रयागराज जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस सवा घंटे, लखनऊ-वाराणसी एक्सप्रेस व लखनऊ-प्रयागराज स्पेशल एक-एक घंटे, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस पौन घंटे, नौचंदी एक्सप्रेस और जनता मेल आधे-आधे घंटे की देरी से रायबरेली स्टेशन पहुंचीं। (संवाद)