संवाद न्यूज एजेंसी, लखनऊ
Updated Thu, 31 Aug 2023 12:32 AM IST
रायबरेली। लखनऊ-बनारस एक्सप्रेस में बुधवार को पहिये से ब्रेक चिपक जाने के कारण ट्रेन को 20 मिनट तक रायबरेली स्टेशन पर रोकना पड़ा। रेलवे टीम ने ट्रेन का परीक्षण करने के बाद खराबी दूर की फिर गाड़ी रवाना की गई। बनारस-लखनऊ एक्सप्रेस सुबह जाती है और दोपहर में लखनऊ-बनारस एक्सप्रेस वापस लौटती है। यह ट्रेन रायबरेली-लखनऊ के बीच नॉन-स्टॉप है। बुधवार को लखनऊ-बनारस एक्सप्रेस लखनऊ से रवाना हुई, लेकिन ट्रेन स्टाफ को गाड़ी में गड़बड़ी का अंदेशा हुआ। लखनऊ से रायबरेली के बीच नॉन-स्टॉप गाड़ी होने के कारण बीच में कहीं नहीं रोकी। रायबरेली पहुंचते ही गड़बड़ी के बारे में बताया गया। तुरंत रेलवे टीम ने गाड़ी का परीक्षण किया तो पता चला कि पहियों से ब्रेक चिपक गए हैं। इस फाल्ट को दुरुस्त करने के बाद ट्रेन रवाना की गई। यह गाड़ी दोपहर 2.26 बजे आई और 2.49 बजे रवाना हुई। स्टेशन अधीक्षक रवि रंजन का कहना है कि ब्रेक चिपकने से चिंगारी निकलने का खतरा रहता है।
पौने चार घंटे देर से आई काशी विश्वनाथ
काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस का संचालन पटरी पर नहीं लौट रहा है। यह गाड़ी फिर देरी से आई। नई दिल्ली से बनारस जाने वाली काशी विश्वनाथ मंगलवार रात पौने चार घंटे देर से आई जिससे बनारस से नई दिल्ली जाने वाली यही गाड़ी बुधवार को बनारस से साढ़े तीन घंटे देर से चलाई गई। बुधवार को सहारनपुर से प्रयागराज जाने वाली नौचंदी एक्सप्रेस सवा घंटे लेट रही। हावड़ा और अमृतसर के बीच दौडऩे वाली अप-डाउन पंजाब मेल, बनारस से देहरादून जाने वाली जनता मेल, सिंगरौली से टनकपुर जाने वाली त्रिवेणी एक्सप्रेस आधे-आधे घंटे विलंब से पहुंची। दूसरी तरफ रायबरेली से कानपुर जाने वाली एक्सप्रेस स्पेशल लालगंज में आधे घंटे से ज्यादा रोकनी पड़ी। इसकी वजह दूसरी गाड़ी की क्रॉसिंग बताई जा रही है। जिले के ऊंचाहार, डलमऊ, लालगंज से होकर गुजरने वाली ऊंचाहार एक्सप्रेस भी लेट रही। चंडीगढ़ से प्रयागराज जाने वाली ऊंचाहार एक्सप्रेस दो घंटे देर से आई। प्रयागराज से चंडीगढ़ जाने वाली ऊंचाहार एक्सप्रेस पौन घंटे लेट पहुंची। (संवाद)