जॉइनिंग के दौरान आचार संहिता उल्लंघन, टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी का मामलाराज्यपाल की संस्तुति के बाद निदेशक प्रशासन ने शुरू की मामले की जांच
संवाद न्यूज एजेंसी
रायबरेली। जिला अस्पताल में सीएमएस के पद से दो जुलाई 2022 को हटायीं गईं पूर्व मुख्य चिकित्सक अधीक्षक डॉ. नीता साहू के खिलाफ निदेशक (प्रशासन) ने विभागीय जांच शुरू कर दी है। मामले में जिला अस्पताल से आचार संहिता उल्लंघन, चार करोड़ के टेंडर प्रक्रिया में लापरवाही सहित अन्य मामलों से संबंधित रिपोर्ट तलब की है। सीएमएस के पद से हटाए जाने के बाद वह सरकारी आवास में रखी सरकारी अलमारियां, कुर्सियां व अन्य सामान तक उठा ले गईं थीं।
जिला अस्पताल की पूर्व सीएमएस डॉ. नीता साहू ने आठ जनवरी 2022 को सीएमएस के पद पर जॉइन किया था। विधानसभा चुनाव की अधिसूचना लागू होने के बाद भी वह नीली बत्ती और चुनाव के पोस्टर लगी कार से जॉइन करने आईं थी। उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन किया था। इसके अलावा टेंडर प्रक्रिया में भी गड़बड़ी होने के कारण जांच के बाद उसे निरस्त कर दिया गया था। लापरवाही के कारण उन्हें दो जुलाई 2022 को सीएमएस के पद से रिलीव करके डॉ. महेंद्र मौर्या को सीएमएस की जिम्मेदारी दी गई थी।
रिलीव किए जाने के बाद भी वह सरकारी आवास में ताला बंद करके चली गईं थी। सीएमएस आवास में कई दिनों तक कुत्ता भी बंद था। वह सरकारी अलमारियां और कुर्सियां तक वह उठा ले गईं थी। मामला शासन स्तर पर पहुंचने के बाद विभागीय कार्रवाई के लिए जांच के आदेश दिए गए थे। निदेशक प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने जिला अस्पताल के सीएमएस से मामले में पूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं। सीएमएस डॉ. महेंद्र मौर्या ने बताया कि पूर्व सीएमएस के आचार संहिता उल्लंघन व अन्य मामलों की रिपोर्ट निदेशक प्रशासन ने मांगी है। जल्द रिपोर्ट भेजी जाएगी।