रायबरेली। जिले में नियमों के विपरीत मनमाने तरीके से संचालित पैथालॉजी के कारोबार को रोकने के लिए सीएमओ के निर्देश को भी मातहतों ने ठेंगा दिखा दिया। आगरा की घटना के बाद पैथालॉजी संचालकों को नोटिस देकर चिकित्सकों के दस्तावेजों के जांच के निर्देश दिए गए थे। लेकिन एसीएमओ व बाबुओं ने सीएमओ के निर्देश को दरकिनार कर दिया। सीएमओ ने मंगलवार को संबंधितोंं को फटकार लगाते हुए तत्काल नोटिस जारी करके रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
आगरा जिले में फर्जी पते का प्रमाणपत्र लगाकर पैथालॉजी संचालित करने वाले डॉक्टर की तीन लैब रायबरेली में भी चल रही है। इसकेे अलावा निगोहा में लैब चलाने वाली महिला चिकित्सक के नाम से शहर में नौ से अधिक पैथालॉजी संचालित हैं। सभी पैथालॉजी नियमों को ताक पर रखकर संचालित किए जा रहे हैं। 50 से अधिक पैथालॉजी में चिकित्सक नहीं रहते हैं। कम पढ़े-लिखे कर्मचारी ही मरीजों की खून की जांच कर रहे हैं।
जिले में भी फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद सीएमओ डॉ. वीरेंद्र सिंह ने पिछले महीने एसीएमओ डॉ. अरविंद कुमार को पैथालॉजी संचालकों को नोटिस देकर चिकित्सकों को दस्तावेजों के साथ तलब करने के आदेश दिए थे। लेकिन अब तक एसीएमओ ने एक भी संचालकों को नोटिस जारी नहीं की। मंगलवार को सीएमओ ने एसीएमओ व संबंधित बाबुओं को फटकार लगाते हुए तत्काल संचालकों को नोटिस जारी करके जवाब देने के आदेश दिए हैं।
सेंटरों के निरीक्षण के निर्देश दिए
सीएमओ ने शहर में मनमाने तरीके से संचालित पैथालाॅजी केंद्रों पर मानकों की जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एसीएमओ को केंद्रों का निरीक्षण करके रिपोर्ट देने को कहा है। इसमें किसी भी स्तर की लापरवाही न बरतने के निर्देश हैं। बिना वैध लाइसेंस के संचालित केंद्रों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
पिछले महीने ही एसीएमओ को पैथालॉजी संचालकों को नोटिस देकर चिकित्सकों को दस्तावेजों के साथ बुलाने के निर्देश दिए गए थे। उन्हें एक बार फिर कड़े निर्देश दिए गए हैं। इसी सप्ताह संचालकों को बुलाने के निर्देश हैं। सेंटरों के निरीक्षण भी किए जाएंगे।
– डॉ. वीरेंद्र सिंह, सीएमओ