रायबरेली। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत लाखों रुपये लेने के बाद भी 29 लाभार्थी घर बनाना भूल गए। इन सभी ने पांच वर्ष के दौरान पहली किस्त के रूप में 50-50 हजार लिए। इसके बाद 19 लाभार्थियों ने डेढ़-डेढ़ लाख की दूसरी किस्त भी ले ली।
करीब 43 लाख रुपये लेने के बाद भी अब तक आवास नहीं बनवाया। इस खुलासे के बाद डूडा के परियोजना निदेशक ने संबंधित लाभार्थियों को आवास का निर्माण शुरू नहीं कराने पर वसूली करने की चेतावनी दी है।
डूडा के परियोजना अधिकारी शशि कुमार महरोत्रा ने बताया कि जिले में अब तक शहरी क्षेत्र के 9567 लाभार्थियों को प्रथम और 9004 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास बनवाने के लिए दूसरी किस्त जारी की गई है। आवास के निर्माण पर दोनों किस्त का पैसा खर्च करने वाले 7083 गरीबों को तीसरी किस्त जारी की गई है।
उन्होंने बताया कि नगर पंचायत बछरावां में जितेंद्र कुमार, राहुल कुमार, रामदुलारी, सहीद्दीन, अरुणेश चंद्र, शिवा, मोनू, नरेंद्र कुमार, सुमन, अनारकली, सुकराना और नगर पंचायत डलमऊ में उर्मिला, अफाक अहमद व सुनीता ने किस्त लेने बाद भी आवास का निर्माण शुरू नहीं कराया।
नगर पंचायत लालगंज में सुनीता, नगर पंचायत नसीराबाद में राजपती, औसान, इरशत फातिमा, सुमन, ज्ञानवती व मौसीन, नगर पंचायत परशेदपुर में कल्लू प्रसाद, विजय कुमार, नगर पंचायत सलोन में धन्नों, इंद्रपाल, सालमी बानों व शबनम बानों, ऊंचाहार में शहनाज और नगर पंचायत महराजगंज में वेद प्रकाश ने भी पहली किस्त का पैसा लेने के बाद आवास का निर्माण शुरू नहीं कराया है।
इनमें 19 लाभार्थियों ऐसे हैं जिन्होंने दूसरी किस्त का पैसा लेने के आवास का निर्माण पूरा नहीं कराया। विभागीय पड़ताल में खुलासा होने के बाद लाभार्थियों को आवास का निर्माण शुरू कराने का अंतिम नोटिस दिया गया है। परियोजना अधिकारी के मुताबिक इसके बाद निर्माण नहीं कराने पर संबंधित लाभार्थियों से पैसों की वसूली की जाएगी।