जस्ट डॉयल पर लोहे के तार, कील बेचने के लिए लिया था सब्सक्रिप्शन
व्यापारियों को फोन कर भेजते थे फर्जी बिल, खाते में डलवा लेते थे रकम
संवाद न्यूज एजेंसी
रायबरेली। उत्तर प्रदेश समेत कई प्रांतों में फर्जी वेबसाइट व बिल बनाकर ऑनलाइन ठगी करने वाले बिहार के चार शातिर ठग बछरावां पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम के हत्थे चढ़ गए। ठगों के पास से नौ लाख 25 हजार रुपये बरामद हुए हैं।
बछरावां के चंद्रिका नगर निवासी प्रदीप कुमार वाजपेयी ने 19 जून, 2023 को एफआईआर दर्ज कराई थी कि उन्होंने लोहे के तार मंगाने के लिए जस्ट डायल वेबसाइट पर मोबाइल नंबर सर्च किए थे। एक नंबर पर अजीत तुरहा नाम के व्यक्ति से बात हुई। उसने बताया कि उसकी कंपनी सन इंफ्रा, पटना से संचालित हो रही। वह तार की पूरे भारत में सप्लाई करता है। भरोसा करते हुए प्रदीप ने अजीत तुरहा द्वारा दिए गए बैंक खाते में आठ लाख रुपये भेज दिए थे, लेकिन डिलीवरी नहीं मिली। अजीत ने अपना मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ कर लिया था।
एसपी आलोक प्रियदर्शी के मुताबिक, बछरावां कोतवाल बृजेश कुमार राय और एसओजी टीम प्रभारी संजय कुमार सिंह को ठगों को पकड़ने के लिए लगाया गया था। सर्विलांस के जरिए पुलिस को जानकारी मिली कि जिस मोबाइल नंबर से प्रदीप को फोन किया गया था, उस नंबर की जांच थाना साइबर अपराध सेल, हैदराबाद भी कर रहा है। दरअसल, इन ठगों के खिलाफ हैदराबाद में भी ठगी का केस दर्ज हुआ था। बुधवार को पुलिस टीम ने लालगंज रोड के पास से ठगी में शामिल चार आरोपियों को दबोच लिया। इसमें बिहार के भोजपुर के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के तेतरिया गांव निवासी रवि सिंह व राहुल कुमार, बिहिया थाना क्षेत्र के बेलबनिया निवासी अजीत तुरहा व पटना के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के पटेल नगर निवासी प्रभात कुमार शामिल है। ठगों के पास से नकदी के अलावा चार मोबाइल फोन भी मिले हैं। ठगों ने उत्तर प्रदेश के अलावा तेलंगाना, केरल, कर्नाटक, असम आदि प्रांतों के व्यापारियों से भी ठगी की है।
कई प्रांतों के 350 व्यापारियों से ठगे करोड़ों रुपये
बछरावां कोतवाल बृजेश कुमार राय के मुताबिक, प्रदीप कुमार को जिस मोबाइल नंबर से फोन किया गया था, उसकी कॉल डिटेल (सीडीआर) निकाली गई। इससे पता चला कि इन ठगों ने कई प्रांतों के करीब 350 व्यापारियों से करोड़ों रुपये ठगे हैं। इनमें से 10 लोगों से बात की गई तो वे केरल, कर्नाटक, असम व उड़ीसा के निकले। इन 10 लोगों से ठगों ने 27 लाख 83 हजार रुपये से ज्यादा की ठगी की है।
इस तरह करते हंै ठगी
एसपी के मुताबिक, पूछताछ में आरोपी रवि सिंह ने बताया कि इन लोगों ने जस्ट डायल की वेबसाइट पर सृष्टि इंटरप्राइजेज, सन इंफ्रा, नीरज ट्रेडर्स, ओमशक्ति आदि नामों से लोहे के तार, कील व अन्य सामान बेचने के लिए फ्री सब्सक्रिप्शन ले रखा था। जैसे ही कोई ग्राहक जस्ट डायल पर इन चीजों की सर्च करता तो उसका मोबाइल नंबर मिल जाता था। इसके बाद ग्राहकों से बात कर सामग्री का फर्जी बिल बनाकर भेज देते थे। इसके बाद बिल की रकम ग्राहकों से अपने खातों में डलवा लेते थे। ठगी के बाद सिम तोड़कर फेंक देते थे। मोबाइल डाटा भी डिलीट कर देते थे।