रायबरेली। दरियापुर स्थित एम्स पहुंचने के लिए रोगियों और तीमारदारों को कोई परेशानी न हो। इसके लिए सड़क चौड़ीकरण को हरी झंडी मिल गई है। इस कार्य में करीब सात करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। वहीं मुंशीगंज में ओवरब्रिज और शहीद स्मारक स्थित सई नदी पर पुल निर्माण के लिए 150 करोड़ रुपये का इंतजार है। ओवरब्रिज और सई नदी पर पुल का निर्माण हो जाने से लोगों को आने-जाने में काफी सहूलियत मिलेगी।
मुंशीगंज-डलमऊ राजमार्ग पर स्थित एम्स तक पहुंचने में लोगों को ऊबड़-खाबड़ रास्ते से जाना पड़ रहा है। मुंशीगंज रेलवे क्रॉसिंग बंद होने से लंबा जाम लग जाता है। इस समस्या को देखते हुए मुंशीगंज कस्बे में 125 करोड़ रुपये से ओवरब्रिज प्रस्तावित है। ओवरब्रिज का एक सिरा रायबरेली-प्रयागराज हाईवे के बाईपास पर मिलेगा, जबकि दूसरा सिरा एम्स के पहले शहीद स्मारक को जाने वाली सड़क के पास गिरेगा। उसके आगे 700 मीटर सड़क को फोरलेन बनाई जाएगी। इस कार्य में करीब सात करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। हालांकि अभी तक ओवरब्रिज और सई नदी पर पुल निर्माण के लिए शासन से हरी झंडी नहीं मिली है। इस वजह से काम शुरू होने में विलंब हो सकता है।
मौजूदा समय में यह सड़क सात मीटर चौड़ी है, जिसे 14 मीटर कर फोरलेन की जाएगी। बीच सड़क में डेढ़ मीटर का डिवाइडर बनाया जाएगा। उसके बाद पटरी पर एक मीटर इंटरलॉकिंग का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा जल निकासी के लिए दोनों किनारे नाली का निर्माण होगा। इस दायरे में 150 लोगों के मकान व दुकान आ रही है, जिसे हटवाया जाएगा। इसके लिए नोटिस पहले ही भेजी जा चुकी है।
सई नदी के किनारे स्थित शहीद स्मारक के पास सई नदी पर अंग्रेजों के जमाने का पुल बना है, जो काफी जर्जर है। किसी तरह पैदल लोग आते-जाते हैं। बरसात के समय नदी का जलस्तर बढ़ने पर पुल के ऊपर से पानी बहने लगता है। इसी के बगल में दूसरा पुल बनाने के लिए सेतु निगम ने 25 करोड़ रुपये का इस्टीमेट बनाकर शासन को भेजा है। यदि यहां पुल बन जाए, तो एम्स पहुंचने में तीन किलोमीटर का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अभी लोग मामा चौराहे, मुंशीगंज होकर एम्स पहुंचते हैं। इसके लिए उन्हें तीन किलोमीटर का चक्कर काटना पड़ता है। सेतु निगम के सहायक अभियंता पीसी त्रिपाठी ने बताया कि मुंशीगंज में ओवरब्रिज और सई नदी पर पुल निर्माण का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने पर काम शुरू कराया जाएगा।