
रायबरेली में ऊंचाहार के गोकना गांव के पास घाट पर लगी भीड़
पुलिस और गोताखोर स्टीमर से नदी में डूबे बच्चों की खोजबीन में जुटे
संवाद न्यूज एजेंसी
ऊंचाहार (रायबरेली)। कोतवाली क्षेत्र के गोकना गांव में बुधवार को तीन बहनें व एक बालक गंगा में नहाने उतरे लेकिन गहरे में जाकर डूबने लगे। इनमें से दो बहनें तो किसी तरह तैरकर बाहर आ गईं लेकिन एक बहन और बालक डूब गए। पुलिस और गोताखोर स्टीमर के जरिए नदी में डूबे बालक-बालिका की खोजबीन कर रहे हैं, लेकिन देर शाम तक उनका कुछ पता नहीं चल पाया था। वहीं बच्चों के परिवारों में कोहराम मच गया।
ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के गोकना गांव से होकर गंगा नदी गुजरी है। गांव निवासी राकेश कुमार की तीन बेटियां पायल उर्फ गुंजा (14), सलोनी (15), सुमिरन (10) और गांव निवासी अभिषेक कुमार (12) पुत्र रामलाल दोपहर के समय गंगा में नहा रहे थे। इस दौरान चारों गहरे पानी में पहुंच गए और डूबने लगे। सलोनी और उसकी बहन सुमिरन तो तैरकर बाहर निकल आई, लेकिन पायल व अभिषेक डूब गए।
सलोनी व सुमिरन ने गांव पहुंचकर परिजनों व ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। ग्रामीण पहुंचकर नदी में पायल व अभिषेक की तलाश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई। कुछ देर बाद सूचना पर कोतवाल आदर्श कुमार सिंह ने भी गोताखोरों के साथ स्टीमर के सहारे छात्र-छात्रा की तलाश शुरू की। अभिषेक गांव स्थित सरकारी स्कूल में कक्षा छह का छात्र है। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि बच्चों की खोजबीन कराई जा रही है।
थम नहीं रहे माता-पिता के आंसू
घटना से परिजन गमगीन हैं। अभिषेक की मां रमा कहती हैं कि बेटा ठीकठाक था। रोज स्कूल चला जाता था, लेकिन आज घर पर ही रह गया था। उसे क्या पता था कि उसका बेटा नदी में डूब गया जाएगा। पिता रामलाल ने बताया कि उसे कुछ नहीं सूझ रहा है।
बीमार हुई पायल की मां, अस्पताल में भर्ती
बेटी पायल के नदी में डूबने का सदमा मां लाली बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसकी अचानक हालत बिगड़ गई। परिजनों ने लाली को सीएचसी में भर्ती कराया है। लाली कहती है कि बेटी उसकी दुलारी थी, भगवान मेरी बेटी को वापस कर दो।