रायबरेली। कोतवाली क्षेत्र के खोजनपुर गांव में बिजली का तार हटाने को लेकर दो गुटों में लाठी डंडे चल गए। इसमें दोनों पक्षों से नौ लोग घायल हो गए। घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां महिला समेत पांच लोगों को जिला अस्पताल रेफर किया गया। पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर मामला दर्ज कर लिया है।
गांव निवासी वीरेंद्र कुमार के दरवाजे पर बिजली का खंभा लगा है। खंभे से उसके पड़ोसी रामदास के घर बिजली का कनेक्शन गया है। कुछ दिन पहले वीरेंद्र ने उसे अपना कनेक्शन दूसरे खंभे से करवाने को कहा, लेकिन कनेक्शन नहीं हटा। इसी बात को लेकर मंगलवार की रात वीरेंद्र के भाई लालता ने गाली गलौज शुरू कर दी। दूसरे पक्ष ने मना किया तो मारपीट शुरू हो गई। दोनों पक्षों ने एक दूसरे को जमकर पीटा। मारपीट में एक पक्ष से रामदास उसकी पत्नी सुंदारा, बेटा राजू पाल, बहू राजकली व सूरजपाल व दूसरे पक्ष से वीरेंद्र कुमार, उसकी पत्नी रामादेवी, बेटा संजय कुमार व अरविंद कुमार घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया, जहां वीरेंद्र, रामादेवी, अरविंद, राजू पाल व रामदास को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर किया गया। पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से मामला दर्ज कर लिया है। कोतवाल बालेंदु गौतम ने बताया कि एक पक्ष से राजू, ननकऊ व मोहित जबकि दूसरे पक्ष से लालता, वीरेंद्र कुमार, पूता व कल्लू के खिलाफ मारपीट करने का मामला दर्ज किया गया है।
ऊंचाहार के अवर अभियंता शंभूनाथ की लापरवाही के चलते मारपीट होने की बात कही जा रही है। विवाद के बाद रामदास के बेटे राजूपाल ने जेई से संपर्क कर कनेक्शन दूसरे खंभे से करने की बात कही थी। आरोप है कि जेई ने इसके लिए सुविधा शुल्क मांगा, जो वह नहीं दे पाया। मंगलवार की रात विवाद हो गया। इस बाबत अवर अभियंता ने बताया कि रुपया मांगने का आरोप गलत है। केबल नहीं हटाई जा सकती। इसलिए ग्राम प्रधान के माध्यम से विवाद निपटाने वजह बात कही थी।