क्रासर
ग्रामीण क्षेत्रों के हालात खराब, नहीं मिल पा रही भरपूर बिजली
संवाद न्यूज एजेंसी
रायबरेली। जिले में कई दिन से बारिश नहीं होने से गर्मी और उमस बढ़ गई है। इससे बिजली संकट गहराने लगा है। बिजली की मांग एक बार फिर 350 मेगावाट के पार हो गई है। इससे हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। बिजली की अधिक मांग के चलते 50 विद्युत उपकेंद्र ओवरलोड हो गए हैं। इसके चलते ट्रिपिंग और अघोषित कटौती बढ़ गई है। शहर में जहां बिजली की आवाजाही लगी रहती हैं, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में आठ से 10 घंटे मुश्किल से बिजली मिल पा रही है। हर घंटे अघोषित कटौती हो रही है। इससे लोगों की रात की नींद उड़ी रहती है। वहीं सान धान की सिंचाई भी नहीं कर पा रहे हैं।
पिछले कई दिन से बारिश नहीं हुई है। इससे किसान नलकूप के सहारे धान की सिंचाई कर रहे थे, लेकिन पिछले दो दिन में हालात इतने खराब हो गए कि 250-300 मेगावाट की जगह बिजली की मांग 350-360 के बीच पहुंच गई है। उपभोक्ताओं को भरपूर बिजली नहीं मिल पा रही है। ग्रामीण क्षेत्र में रात को हर एक घंटे में अघोषित कटौती हो जाती है। इससे उपभोक्ताओं के मोबाइल नहीं चार्ज हो पा रहे हैं। आटा चक्की में आटा की पिसाई और तेल की पेराई नहीं हो पा रही है। उधर, अधीक्षण अभियंता रामकुमार ने बताया कि बारिश नहीं होने से बिजली की मांग बढ़ी है। स्थानीय स्तर पर कोई कटौती नहीं होती है। ट्रांसमिशन से जितनी बिजली मिल रही है। उसे आपूर्ति कराई जा रही है।
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रनापुर से जुड़े उपभोक्ताओं को मिल रही छह घंटे बिजली
रायबरेली। सरेनी क्षेत्र के विद्युत उपकेंद्र रनापुर से जुड़े उभोक्ताओं को महज छह घंटे बिजली मिल रही है। यही नहीं इस उपकेंद्र से जुड़े भोजपुर, दलीपुर, गहरौली, दौलतपुर, हरीपुर, राजापुर, मदनापुर, तिवारीपुर समेत अन्य गांवों के लोगों को लोवोल्टेज की समस्या से जूझना पड़ रहा है। अजनीश, शुजीत, मुकेश, पप्पू मिश्रा, बबलू, शिवाकांत ने बताया कि 18 घंटे में महज छह घंटे बिजली मिल रही है। उपभोक्ताओं का कहना है कि रात में बच्चे, बुजुर्ग सो नहीं पाते। धान की सिंचाई नहीं हो पा रही है। कहा कि यदि दो दिन में बिजली व्यवस्था नहीं सुधरी तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा। अवर अभियंता अजय कुमार ने बताया कि विद्युत उपकेंद्र को जितनी बिजली मिल रही है। उतनी आपूर्ति की जाती है।
प्रदर्शन कर ऊर्जा मंत्री को भेजा ज्ञापन
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रायबरेली। जगतपुर ब्लॉक क्षेत्र में अघोषित कटौती से जनता बेहाल है। शासन-प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इससे नाराज कांग्रेसियों ने सोमवार को ऊर्जा मंत्री को संबोधित ज्ञापन जगतपुर के अवर अभियंता चंदेश पटेल को सौंपा। जिला पंचायत सदस्य राकेश सिंह की अगुवाई में कांग्रेसी व क्षेत्रीय लोग विद्युत उपकेंद्र पहुंचे। अघोषित कटौती के विरोध में प्रदर्शन किया। कहा कि क्षेत्र की डेढ़ लाख की आबादी को उमस भरी गर्मी में जीना मुश्किल हो गया है। रोस्टिंग के नाम पर अंधाधुंध कटौती हो रही है। कटौती बंद नहीं की गई तो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की जाएगी। इस मौके पर कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष ओम प्रकाश त्रिपाठी, त्रिलोकी सिंह, देवनाथ यादव, छत्रपाल, राजकुमार पाल, जगदीश मौजूद रहे। अवर अभियंता चंद्रेश पटेल ने बताया कि अघोषित कटौती ऊपर से हो रही है। समस्या से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।
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आज प्रभावित रहेगी 80 गांवों की बिजली
डीह। विद्युत उपकेंद्र डीह से जुड़े करीब 80 गांवों की बिजली मंगलवार को प्रभावित रहेगी। इस दौरान उपकेंद्र के पैनल बदले जाएंगे। यह जानकारी उपखंड अधिकारी अमित कुमार श्रीवास्तव ने दी। उन्होंने बताया कि उपकेंद्र में लगे पैनल पुराने हो गए हैं। उनके स्थान पर दूसरे पैनल लगाए जाएंगे। इस दौरान सुबह 9 बजे से शाम छह बजे तक बिजली आपूर्ति प्रभावित रहेगी।