सीतापुर। जिले में बुखार कहर बरपा रहा है। रेउसा में जहां एक किशोरी की मौत हो गई, वहीं सकरन में एक महिला ने दम तोड़ दिया। गोंदलामऊ के गांगूपुर में मंगलवार देर रात मां-बेटी की बुखार के कारण कुछ घंटे के अंतराल पर मौत हो गई।
रेउसा के सिरसा गांव निवासी घुरू लोध की बेटी क्रांति (15) बीते एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित थी। परिजन झोलाछाप से इलाज करवा रहे थे। बुधवार को हालत बिगड़ने पर उसने घर पर ही दम तोड़ दिया। इससे पूर्व क्षेत्र के वैन सोहलिया गांव में भी बुखार से दो लोगों की मौत हो चुकी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेउसा के अधीक्षक डॉ. अनंत मिश्रा ने बताया कि एक किशोरी की मौत का मामला संज्ञान में है। स्वास्थ्य टीम भेजकर जांच की जाएगी कि मौत का कारण क्या है।
सकरन के दुगनिया मजरा दुगाना गांव निवासी पूनम देवी (30) बीते तीन दिनों से बुखार से पीड़ित थी। उसका इलाज कस्बे के एक प्राइवेट डाॅक्टर के यहां चल रहा था। बुधवार सुबह पूनम की इलाज के दौरान मौत हो गई। अभी भी इसी गांव में इंद्रपाल (35), सरोजनी (33), रामरानी (40), बृजकिशोरी (36) व अन्य ग्रामीण बीमारी से पीड़ित हैं। सीएचसी अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार देशमणि ने बताया कि बीमारी की सूचना पर तत्काल टीमें प्रभावित गांवों में भेजी जा रही हैं। सकरन के बरियारी,उमराखुर्द,कटइयापुरवा,ताजपुर सलौली संग अन्य गांवों में दवाइयों का वितरण किया गया है।
उधर, गोंदलामऊ ब्लॉक के गांगूपुर गांव में बुखार कहर बरपा रहा है। मंगलवार रात गांव में मां-बेटी की बुखार से मौत हो गई। यहां कई लोग बुखार से पीड़ित हैं। गांव के लोग डरे हुए हैं। गांव निवासी सुनील ने बताया कि उसकी पत्नी सोनी दस दिन से बुखार से पीड़ित थी। देर रात उसकी मौत हो गई। वहीं, पत्नी की मौत के कुछ देर बाद 14 वर्षीय काजल ने भी दम तोड़ दिया।
इस दौरान पत्नी को सीएचसी में एडमिट कराने का प्रयास किया लेकिन वहां भर्ती नहीं किया गया। गांव के ही लालता के परिवार के दस सदस्य टाइफाइड से पीड़ित हैं। लालता ने बताया कि उनके परिवार के अलावा गांव में दर्जनों घरों में एक से दो लोग बुखार से पीड़ित मिल जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग को फोन किया गया तो टीम के लोग रात में 10-12 लोगों के सैंपल लेकर चले गए। बुधवार को भी स्वास्थ्य विभाग की कोई टीम गांव नहीं पहुंची।
ग्रामीणों में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को लेकर आक्रोश है। 20 दिनों से टाइफाइड से पीड़ित गांव के ही राजेश ने बताया कि गांव में गंदगी की भरमार है। नालियां बजबजा रही हैं। सीएचसी गोंदलामऊ के अधीक्षक डॉ. धीरज मिश्रा ने बताया कि स्वास्थ्य टीम ने गांव जाकर कुछ सैंपल लिए हैं। दोबारा टीम भेजकर मरीजों की जांच कराएंगे।