रायबरेली। जिले में बुखार और डेंगू का प्रकोप थम नहीं रहा है। बुखार पीड़ित एक वृद्धा की जिला अस्पताल में उपचार के दौरान रविवार रात मौत हो गई। अस्पताल में बुखार पीड़ितों की प्रतिदिन लाइन लग रही है। सोमवार को बुखार के 18 मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया।
इसके साथ ही सोमवार को जांच में डेंगू के नौ मरीज मिले हैं। बुखार से लालगंज क्षेत्र के धारूपुर गांव निवासी राजेंद्र प्रसाद की पत्नी मालती (60) ने दम तोड़ दिया। मालती कई दिन से बुखार से पीड़ित थी। तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने 25 अक्तूबर को मालती को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
कई दिन तक इलाज चलने के बाद भी उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ और रविवार रात मालती की मौत हो गई। बुखार पीड़ितों की जिला अस्पताल में सोमवार को भी भीड़ रही। अस्पताल की ओपीडी में 2200 मरीज पहुंचे। उनके सबसे ज्यादा संख्या बुखार पीड़ितों की बताई गई।इसके साथ ही बुखार से तबीयत बिगड़ने पर सोमवार को इमरजेंसी पहुंचे 18 मरीजों को भर्ती करके उनका इलाज शुरू किया गया।
बुखार के साथ डेंगू के मरीज भी लगातार बढ़ रहे है। जिला अस्पताल की पैथोलॉजी में एलाइजा जांच में डेंगू के नौ नए मरीज मिले। इनमें गंगा (20), प्रशांत (39), आशीष (20), रिया सिंह (28), पवन सिंह (27), रोमा (26), मो. आसिफ (18), रज्जन देवी (65) और अब्बू (14) शामिल हैं। कई मरीजों को भर्ती करके उनका इलाज किया जा रहा है।
इनसेट
ओपीडी व दवा वितरण काउंटर पर लगी लाइनें
जिला अस्पताल की ओपीडी में सोमवार को मरीजों की भीड़ रही। इसके चलते परचा, दवा वितरण व पैथोलॉजी के काउंटरों पर लंबी लाइनें लगी थीं। ओपीडी में चिकित्सक का परामर्श लेने के लिए मरीजों को एक से दो घंटे तक लाइन में इंतजार करना पड़ा। दवा वितरण के लिए दो काउंटर बढ़ाए जाने के बाद भी मरीजों की परेशानी कम नहीं हो रही है। उन्हें लंबी लाइन में खड़े होकर परेशानी का सामना करना पड़ा।
मौसम में बदलाव से बढ़े मरीज
रविवार के अवकाश के बाद सोमवार को ओपीडी में मरीजों की भीड़ थी। भीड़ के कारण मरीजों को दवा मिलने में देरी हुई। अस्पताल में दवा के साथ उपचार की पूरी व्यवस्था है। मौसम में बदलाव के चलते मरीज बढ़ रहे हैं।
-डॉ. महेंद्र मौर्या, सीएमएस