रायबरेली। जिले में बुखार का कहर थम नहीं रहा है। बुखार पीड़ित दो महिलाओं की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके अलावा बुखार के 11 मरीजों को भर्ती किया गया। मंगलवार को ओपीडी में भी जुकाम-बुखार के मरीजों की भीड़ रही।
ऊंचाहार क्षेत्र के सवैया हसन निवासी उमा देवी (45) और लालगंज क्षेत्र के महरानी का पुरवा निवासी चंद्रकली (80) को बुखार के चपेट में आने के बाद परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान मंगलवार को दोनों महिलाओं की मौत हो गई। इसके साथ इमरजेंसी में पहुंचे बुखार के 11 मरीजों को भर्ती किया गया।
उधर, ओपीडी में भी बुखार, जुकाम और पेट दर्द के मरीजों की संख्या अधिक रही। दवा काउंटर पर कैल्सियम की दवा खत्म होने के चलते कई मरीजों को बैरंग लौटना पड़ा। सीएमएस डॉ. महेंद्र मौर्या ने बताया कि अस्पताल में इलाज के लिए पयाप्त बंदोबस्त है। इमरजेंसी में आने वाले गंभीर मरीजों को भर्ती करने के निर्देश दिए गए हैं।
इमरजेंसी में चौकीदार लगा रहा इंजेक्शन
दुर्घटना में घायल एक बुजुर्ग मंगलवार को उपचार के लिए जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे। उन्हें चौकीदार ने इंजेक्शन लगाया। ड्रेसिंग रूम में भी बाहरी लोग मौजूद थे। सीएमएस डॉ. महेंद्र मौर्या का कहना है कि इमरजेंसी में स्टाफ की कमी है। फार्मासिस्ट का काम दूसरे से कराना गलत है। इस बारे में कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं।