
सांकेतिक तस्वीर
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गर्भवती मीरा (40) की हत्या उसकी बुजुर्ग मां ने ही की थी। अस्पताल से घर ले जाते वक्त टेंपो में ही अपने हाथों से उसका गला घोंट दिया था। पुलिस ने वृद्धा से पूछताछ की है। कई अहम साक्ष्य भी जुटाए हैं। जांच पूरी कर पर्याप्त सुबूत जुटाने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
सरोजनीनगर के बदालीखेड़ा आजादनगर निवासी मीरा अपनी मां तारा देवी के साथ रहती थीं। मीरा के पति बबलू पिछले छह महीने से उन्नाव जेल में बंद हैं। मीरा गर्भवती थी। कुछ दिन पहले उनकी तबीयत बिगड़ी थी। तीन दिनों तक अस्पताल में भर्ती रही थीं। सोमवार को जब तारा देवी उनको अस्पताल से घर ले जा रही थीं तो मीरा की मौत हो गई थी। मंगलवार को जब पोस्टमार्टम हुआ था तब पता चला था कि मीरा की मौत संदिग्ध नहीं बल्कि गला घोटकर उनको मारा गया था। पुलिस ने खुद वादी बनकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मामले में अज्ञात पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया। इस बीच तहकीकात में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। सूत्रों के मुताबिक तारा देवी जब मीरा को अस्पताल से घर ले जा रही थीं, इसी दौरान उन्होंने उसका गला घोट दिया था। सभी को यही बताया था कि बीमार थी, इस वजह से मौत हो गई।
इस तरह और इसलिए मार दिया
सूत्रों के मुताबिक मीरा को काफी ब्लीडिंग हुई थी। उसकी तबीयत बहुत नाजुक थी। वह बेदम अवस्था में थी। अस्पताल पहुंचकर उन्होंने जबरन मीरा को डिस्चार्ज कराया था। डॉक्टर डिस्चार्ज करने के लिए राजी नहीं थे। इसके बाद वह टेंपो से उसको घर ले जा रही थी। बीच रास्ते में टेंपो चालक से पानी लाने को कहा। इसी दौरान मीरा का तारा ने गला घोंट दिया। चालक कुछ भी समझ नहीं पाया। जानकारी के मुताबिक तारा से मीरा मारपीट करती थी। इसलिए वह बहुत समय से त्रस्त थी। बेटा दामाद जेल में था। घर का खर्च भी नहीं चल रहा था। इन्हीं सब वजहों से उसने वारदात को अंजाम दिया।
वृद्धा बोली… गलती से घोंट दिया गला
पुलिस सूत्रों के मुताबिक तारा देवी से जब पूछताछ हुई तो उसने घटना कबूली लेकिन उसमें कई तथ्य गलत बताए। उसका कहना है कि गलती से गला दब गया। ये बात गले नहीं उतर रही। चूंकि वृद्धा की उम्र करीब 80 वर्ष है। इसलिए पुलिस भी किसी तरह की सख्ती नहीं कर पा रही है। अधिक से अधिक साक्ष्य जुटाने के बाद उच्चाधिकारियों से राय लेने के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी।