कहीं फॉल्ट तो कहीं लो वोल्टेज व ट्रिपिंग से प्रभावित हुई आपूर्ति
गर्मी से बेहाल लोग, शेड्यूल तार-तार, पेयजल समस्या बरकरार
संवाद न्यूज एजेंसी
रायबरेली। जिले में बिजली की बेतहाशा कटौती के खिलाफ जनता सड़कों पर उतरने लगी है। हालात यह हो गए हैं कि न तो दिन में बिजली मिल रही है और न रात में। लोग जागकर रातें काट रहे हैं और अपना मोबाइल तक चार्ज नहीं कर पा रहे।
शहर क्षेत्र में इंदिरा नगर उपकेंद्र की 33 केवी लाइन में त्रिपुला के पास फॉल्ट आने से निराला नगर, नेहरू नगर, फायर स्टेशन, विष्णु नगर, आवास विकास, आरडीए कॉलोनी, आनंद नगर, सत्यनगर, कैनाल रोड, मोहद्दीनपुर समेत 15 मोहल्लों की बिजली गुल रही। सुबह छह बजे की गई बिजली साढ़े आठ बजे आई। इससे उपभोक्ताओं को पेयजल समस्या से जूझना पड़ा।
नसीराबाद प्रतिनिधि के मुताबिक बिजली कटौती से खफा उपभोक्ताओं ने परशदेपुर उपकेंद्र का घेराव किया। करीब एक घंटे तक हंगामा किया। उपभोक्ताओं ने कहा कि बेतरतीब बिजली कटौती हो रही है। शासन-प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उपभोक्ता चंचल सिंह, सुमित शर्मा, राजू सोनी, मोनू कोरी, राहुल मौर्य, मो. शकील, विपिन, भोले शर्मा ने बताया कि शाम होते ही बिजली गुल हो जाती है। अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने समस्या को दूर कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।
उधर, भोजपुर कस्बे व आसपास के गांव में बिजली की खूब कटौती हो रही है। 18 घंटे में मुश्किल से 10 से 12 घंटे बिजली मिल पा रही है। लो-वोल्टेज और ट्रिपिंग से ग्रामीण और किसान परेशान हैं। रनापुर उपकेंद्र से जुड़ी करीब एक लाख आबादी बिजली संकट झेल रही है। जिम्मेदार अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। किसान रामबाबू मिश्रा, बबलू वर्मा, बचोले, अन्नू दिक्षित, शंकर वर्मा ने बताया कि बिजली कटौती से धान की फसल सूख रही है।
रामबाबू मिश्रा का कहना है कि पिछले कई दिनों से बिजली की जमकर कटौती हो रही है। ऐसे में एक बीघा फसल को सींचने के लिए सात घंटे का समय लगता है। दलीपुर, भोजपुर, गहरौली, दौलतपुर, हरीपुर, राजापुर, मदनापुर, पसरी, तिवारीपुर गांव के ग्रामीणों ने बिजली संकट से निजात दिलाए जाने की मांग की है। अवर अभियंता अजय कुमार ने बताया कि लोकल स्तर पर कोई कटौती नहीं की जाती।
राही प्रतिनिधि के मुताबिक ब्लॉक क्षेत्र के भुएमऊ उपकेंद्र से बिजली आपूर्ति होने वाले गावों में अंधाधुंध कटौती से उपभोक्ता परेशान हैं। उपकेंद्र से चार फीडर लोधवारी, रूस्तमपुर, भुएमऊ, रूपामऊ निकले हैं। इन फीडरों से करीब आठ हजार उपभोक्ताओं को बिजली मिलती है। उपभोक्ता रामेश्वर, संतोष कुमार, बसंत तिवारी ने बताया कि रात में कई बार अघोषित कटौती की जाती है। इससे बच्चे और बुजुर्ग सो तक नहीं पाते।