18 ब्लॉकों के 10-10 बड़े कार्यों की गुणवत्ता की पड़ताल को सूची तैयार

डीएम ने जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम बनाई, जल्द देंगे अपनी रिपोर्ट

संवाद न्यूज एजेंसी

रायबरेली। वित्तीय वर्ष में मनरेगा से कराए गए 180 बड़े कार्यों की गुणवत्ता की जांच होगी। इसके लिए सभी ब्लॉकों के 10-10 गांवों के बड़े कार्यों की सूची तैयार की गई है। इन कार्यों में करीब 32 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। डीएम हर्षिता माथुर ने जांच के लिए सभी 18 ब्लॉकों के लिए एक-एक जिला स्तरीय अधिकारी नामित कर दिया है। अधिकारियों को तत्काल जांच पूरी करके अपनी रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए हैं।

वित्तीय वर्ष 2023-24 में मनरेगा से गांवों में खूब पक्के काम कराए गए हैं। मनरेगा से 12 से लेकर 40 लाख की लागत तक के काम ग्राम पंचायतों में कराए गए हैं। कार्यों की जमीनी हकीकत और गुणवत्ता की जांच कराने के लिए सभी ब्लॉकों में मनरेगा से कराए गए 10-10 बड़े कार्यों की सूची तैयार कराई है। जगतपुर ब्लॉक के सराय श्रीबख्श गांव में अमृत सरोवर का काम 38 लाख की लागत से कराया जा रहा है। इसमें अब तक 28 लाख रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है। इसके अलावा हेवतहा नेवढि़या, छीछेमऊ, धूता आदि गांवों में मनरेगा से बड़े काम कराए जा रहे हैं।

इनसेट

ये अधिकारी खंगालेंगे कार्यों की गुणवत्ता में खामियां

जिला सेवा योजना अधिकारी को अमावां, सहायक निदेशक मत्स्य को बछरावां, दिव्यांगजन अधिकारी को छतोह, पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी को डलमऊ, प्रोबेशन अधिकारी को दीनशाह गौरा, डीपीआरओ को डीह, एआर सहकारिता को हरचंदपुर, लघु सिंचाई के एई को जगतपुर, सहायक श्रमायुक्त को खीरों, कार्यक्रम अधिकारी को लालगंज, समाज कल्याण अधिकारी को महराजगंज, डीआईओएस को राही, कृषि अधिकारी को रोहनियां, उद्यान अधिकारी को सलोन, खादी ग्रामोद्योग अधिकारी को सरेनी, उपायुक्त उद्योग को सतांव, बीएसए को शिवगढ़ और जिला क्रीड़ाधिकारी को ऊंचाहार में नामित किया गया है।

सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद होगी कार्रवाई

वित्तीय वर्ष में मनरेगा से कराए जा रहे 10-10 बढ़े कार्यों की गुणवत्ता के जांच के लिए डीएम ने जिला स्तरीय अधिकारियों को नामित किया है। जल्द ही सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।

-मुकेश कुमार, उपायुक्त मनरेगा



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