लखनऊ। शहर के बड़े सरकारी अस्पतालों में बुखार समेत मौसमी बीमारियों के मरीज तेजी से बढ़े हैं। आलम यह है कि अस्पतालों में बेड के लिए मारामारी की नौबत है। बलरामपुर सरीखे अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं। वहीं दूसरे अस्पतालों में बीस फीसदी ही बेड खाली बचे हैं। ऐसे में नए मरीजों को भर्ती करने में अड़चन आ सकती है। अस्पताल प्रभारियों का कहना है अस्पताल में भर्ती जो भी मरीज सामान्य हो रहे हैं, उन्हें तत्काल डिस्चार्ज किया जा रहा है ताकि दूसरे मरीजों की भर्ती हो सके।

बलरामपुर अस्पताल 776 बेड की क्षमता का अस्पताल हैं। बृहस्पतिवार को सभी बेड फुल थे। डॉक्टरों का कहना है इमरजेंसी में बीते एक हफ्ते से डायरिया-बुखार के मरीज बढ़े हैं। हर दिन 20 से अधिक मरीज भर्ती हो रहे हैं। इतने ही मरीज बुखार से ग्रस्त होकर भर्ती हो रहे हैं। इमरजेंसी हर दो घंटे बाद खाली करानी पड़ रही है। जिसके बाद ही नए मरीजों की भर्ती हो पा रही है। अस्पताल के सीएमएस डॉ. अतुल मेहरोत्रा ने बताया जो मरीज सामान्य हो रहे हैं, उन्हें डिस्चार्ज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को 680 मरीज भर्ती हैं। मरीजों का लोड काफी बढ़ा है। यहां पर कई जिले के भी मरीज आ रहे हैं। भाऊराव देवरस संयुक्त चिकित्सालय 100 बेड की क्षमता का अस्पताल हैं। इसमें 60 बेड पर मरीजों की भर्ती हो रही है। मौसमी बीमारी से ग्रस्त मरीजों का लोड बढ़ने से यहां पर भी सभी बेड भरे हैं। लोकबंधु अस्पताल 300 बेड की क्षमता का अस्पताल है। यहां पर 265 मरीज भर्ती हैं। अस्पताल के सर्जरी व गाइनी यूनिट में ही बेड खाली हैं। मेडिसिन विभाग में सबसे अधिक मरीज हैं। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय के मुताबिक, बेड के लिए खास मारामारी नहीं है, मगर मौसमी बीमारी के मरीज बढ़े हैं। कुछ बेड खाली हैं।



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