राजधानी लखनऊ में आवास विकास परिषद की मोहनलागंज इलाके में न्यू जेल रोड पर आने वाली सौमित्र विहार आवासीय योजना में जमीन एलडीए की अनंत नगर योजना से सस्ती होगी। एलडीए की मोहान रोड स्थित अनंत नगर योजना में जमीन की कीमत करीब 3900 रुपये वर्ग फीट है, जबकि आवास विकास की सौमित्र विहार में कीमत करीब 2700 रुपये वर्ग फीट होगी। योजना अगले वर्ष होली तक लांच किए जाने की तैयारी है, जहां करीब एक लाख लोगों को आवासीय सुविधा मिलेगी।

बीते वर्ष आवास विकास ने 560 एकड़ क्षेत्रफल वाली न्यू जेल रोड योजना को मंजूरी दी थी। इसे दो चरण में विकसित किया जाना है। पहले योजना 13 जनवरी 2025 को महाकुंभ के मौके पर लांच किया जाना था, मगर दाखिल खारिज का काम पूरा न हो से योजना शुरू नहीं हो पाई। अब यह काम हो गया है। परिषद ने जिन किसानों से लैंड पूलिंग नीति के तहत जमीन ली थी, उनको प्लॉट आवंटित कर दिए हैं। अब जमीन के लिए कोई कानूनी अड़चन नहीं बची है।

अब योजना की लांचिंग के लिए रेरा में पंजीकरण के लिए आवेदन किया जाएगा, जहां दो महीने का समय लग सकता है। इसके बाद प्लॉटों के लिए पंजीकरण खेाला जाएगा। एक अधिकारी ने बताया कि जमीन का रेट करीब 2700 रुपये वर्ग फीट रहेगा। यह एलडीए की अनंत नगर योजना से काफी कम होगा। रेट कम होने से प्लॉट की मांग भी ज्यादा रहेगी।

इसलिए सस्ती होगी जमीन

आवास विकास की सौमित्र विहार योजना में जमीन सस्ती होने के पीछे बड़ी वजह है। यहां पर जमीन लैंड पूलिंग के तहत भूस्वामियों से निशुल्क ली गई है। ऐसे में जमीन खरीद के लिए परिषद को कर्ज लेकर पैसा नहीं लगाना पड़ा। भूस्वामियों को निशुल्क जमीन के बदले परिषद 25 प्रतिशत विकसित जमीन दे रहा है। 

ऐसे में योजना लांच करने के लिए पैसा सिर्फ विकास कार्य पर ही खर्च करना पड़ रहा है। इससे योजना की लागत कम हो गई है। वहीं, अनंत नगर योजना में जमीन महंगी होने के बारे में जानकारों का कहना है कि इस योजना में किसानों के विरोध के चलते एलडीए को कई बार मुआवजे का रेट बढ़ाना पड़ा। इससे लागत ज्यादा हो गई है। इसके बाद विकास कार्य के लिए अतिरिक्त बजट लगाना पड़ रहा है।

24 मीटर तक चौड़ी होंगी सड़कें

सौमित्र विहार योजना के प्रस्तावित लेआउट में कुल 15 सेक्टर होंगे। पहले चरण सेक्टर 3ए और 3बी में प्लॉटिंग होगी। यहां सड़कें रायबरेली रोड स्थित वृंदावन योजना की तरह न्यूनतम 9 मीटर से 24 मीटर तक चौड़ी होंगी। करीब 560 एकड़ में विकसित की जा रही इस योजना में मोहारी कला, सिठौली कला और सिठौली खुर्द गांवों की जमीन ली गई है।



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