– वित्त समिति ने निर्धारित की छह हजार रुपये प्रति माह फीस
माई सिटी रिपोर्टर
लखनऊ। इंजीनियरिंंग कॉलेज के विद्यार्थी अब लखनऊ विश्वविद्यालय में भी इंटर्नशिप कर सकेंगे। इसके लिए उनको प्रति माह छह हजार रुपये फीस देनी होगी। विवि की वित्त समिति ने इसको मंजूरी दे दी है। इसके बाद अब यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। वित्त समिति ने इसके अलावा कई अन्य प्रस्तावों पर भी मुहर लगाई है।
लविवि कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय के अनुसार इंजीनियरिंंग की पढ़ाई के दौरान अब प्रैक्टिकल पर जोर दिया जाता है। इसके लिए इंटर्नशिप की व्यवस्था है। काफी स्टूडेंट्स ऐसे होते हैं जिनको अच्छी इंटर्नशिप नहीं मिल पाती है। इसको देखते हुए लविवि ने पेड इंटर्नशिप की व्यवस्था शुरू की है। अब छह हजार रुपये फीस देकर स्टूडेंट्स यहां इंटर्नशिप कर सकेंगे। वित्त समिति ने प्राच्य संस्कृत विभाग में कर्मकांड पाठ्यक्रम की फीस भी तय कर दी है। इस कोर्स के लिए 10 हजार रुपये फीस निर्धारित की गई है। समिति ने एमलिब पाठ्यक्रम में असिस्टेंट प्रोफेसर का एक पद तथा इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में शिक्षकों के 12 पद स्वीकृत किए हैं। परीक्षा संबंधी काम के लिए देर रात और तड़के सुबह ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को यात्रा भत्ता देने के प्रस्ताव पर मुहर लगाने तथा शोध प्रोत्साहन के लिए पुरस्कार के बजट को भी समिति ने हरी झंडी दिखाई।
विज्ञान कांग्रेस के बजट से अब अंतरराष्ट्रीय सेमिनार और कॉन्फ्रेंस
लविवि की वित्त समिति ने अगले साल जनवरी में प्रस्तावित भारतीय विज्ञान कांग्रेस के सम्मेलन के लिए दो करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। लविवि प्रशासन ने डीएसटी और भारतीय विज्ञान कांग्रेस सोसाइटी के आपसी विवाद की वजह से खुद को इस आयोजन से अलग कर लिया है। इसके बाद अब इस दो करोड़ रुपये को अंतरराष्ट्रीय सेमिनार और कॉन्फ्रेंस के आयोजन में खर्च किया जाएगा। इसमें से 30 लाख रुपये की राशि रिसर्च पब्लिकेशन तथा 30 लाख रुपये पेटेंट के लिए तय किए गए हैं। इसके बाद लविवि के शोध तथा शोधपत्र प्रकाशन दोनों में और सुधार होने की संभावना है।