नगराम। बीबीडी इलाके में हॉस्टल संचालक दीपक कुमार मिश्रा (27) को अधमरा कर इंदिरा नहर में फेंक दिया गया। उसका शव बृहस्पतिवार सुबह सलेमपुर रेगुलेटर के पास उतराता मिला। पोस्टमार्टम में डूबने से मौत की पुष्टि हुई है।

हालांकि, सिर पर मरने से पहले चोट के दो निशान मिले हैं। पीएम रिपोर्ट के आधार पर हत्या की पुषि्ट हो रही है। मृतक के भाई ने बुधवार शाम बीबीडी थाने में अनहोनी की आशंका जताते हुए तहरीर दी थी, पर पुलिस ने गुमशुदगी तक दर्ज नहीं की थी। विसरा सुरक्षित रखा गया है।

गोंडा के करनैलगंज के पांडे का पुरवा मजरा सरैया निवासी राजेंद्र मिश्रा का छोटा बेटा दीपक कुमार मिश्रा लखनऊ में सिटी लॉ कालेज के पास किराये पर रहता था। साथ ही हॉस्टल भी चलाते थे और विधि की पढ़ाई करता था।

दीपक का बड़ा भाई राहुल मिश्रा वकील है। राहुल के मुताबिक, 20 जून से दीपक का मोबाइल बंद था। तलाश करता हुआ राहुल बुधवार को उसके मकान पर पहुंचा तो मंगलवार से वापस न आने की जानकारी हुई। देर शाम बीबीडी थाने जाकर अनहोनी की आशंका जताते हुए तहरीर दी। आरोप है कि पुलिस ने गुमशुदगी नहीं दर्ज की।

पुलिस ने दी शव मिलने की सूचना

नगराम पुलिस को सलेमपुर गांव के लोगों ने बृहस्पतिवार सुबह नहर में शव उतराने की सूचना दी। इंस्पेक्टर हेमंत कुमार राघव के मुताबिक, शव बाहर निकालकर तलाशी ली गई तो जेब में आधार कार्ड व मोबाइल मिला। आधार कार्ड पर दीपक कुमार मिश्रा नाम दर्ज था। मोबाइल में परिवारीजनों का नंबर मिला। दीपक के भाई राहुल को इसकी सूचना दी गई।

दो साल पहले हुई थी शादी

पुलिस के मुताबिक, दीपक की दो साल पहले तरबगंज के खजूरी गांव निवासी शिव कुमार शुक्ला की बेटी ज्योति से शादी हुई थी। ज्योति मायके में है। परिवार में भाई राहुल के अलावा छोटी बहन अंजलि है। एडीसीपी पूर्व सै. अली अब्बास के मुताबिक, तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *