रायबरेली। आगामी प्रस्तावित लोकसभा चुनाव को लेकर जिले में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) और पेपरट्रेल मशीन (वीवीपैट) की प्राथमिक स्तर की जांच शुरू कर दी गई है। चुनाव आयोग के निर्देश पर जिले में 7986 ईवीएम व वीवीपैट की एफएलसी (फर्स्ट लेवल चेकिंग) होगी। इसकेे लिए एडीएम वित्त एवं राजस्व को नोडल व बंदोबस्त अधिकारी को सहायक नोडल अधिकारी नामित किया गया है। एफएलसी का काम शुरू हो गया है।
कचलेक्ट्रेट से जुड़े परिसर में स्थित गोदाम में ईवीएम व वीवीपैट रखे गए हैं। आयोग के निर्देश पर नई ईवीएम भी आ गई हैं, जिन्हें दुरुस्त करने का काम पहले से ही चल रहा है। चुनाव आयोग से निर्देश मिलने के बाद डीएम माला श्रीवास्तव ने ईवीएम व वीवीपैट के प्रथम स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। प्रथम स्तर की जांच शुरू कर दी गई है। ईवीएम गोदाम में 2904 बैलेट यूनिट (बीयू), 2450 कंट्रोल यूनिट (सीयू) व 2632 वीवीपैट की प्रथम स्तर पर जांच करके ईवीएम को दुरुस्त कराया जा रहा है।
खामियां मिलने पर होगी मरम्मत
प्रथम लेवल की जांच में ईवीएम या वीवीपैट में खामियां मिलने पर उन्हें अलग रखा जाएगा। संबंधित कंपनी से मरम्मत कराने के साथ ही खराब ईवीएम व वीवीपैट को बदला भी जा सकता है। चुनाव के लिए ईवीएम के पूरी तरह से तैयार होने के बाद राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में मशीनों के काम करने के संबंध में प्रदर्शन भी कराया जाएगा।
ईवीएम गोदाम में रखी नई-पुरानी ईवीएम व वीवीपैट की प्रथम स्तरीय जांच कराई जा रही है। इसके लिए एडीएम वित्त एवं राजस्व को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्हें अपनी मौजूदगी में काम पूरा कराने के निर्देश दिए गए हैं।
– माला श्रीवास्तव, जिलाधिकारी