संवाद न्यूज एजेंसी, लखनऊ
Updated Thu, 10 Aug 2023 12:41 AM IST
बच्चे का इलाज करने वाले डॉक्टरों से हाथ सड़ने के कारणों की जानकारी ली
संवाद न्यूज एजेंसी
रायबरेली। मंडलायुक्त के आदेश पर सत्यम हॉस्पिटल के खिलाफ जांच कर रही उच्च स्तरीय जांच टीम बुधवार को एम्स पहुंची। पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में बच्चे का इलाज करने वाले डॉक्टरों से नवजात के हाथ सड़ने के कारणों के बारे में जानकारी जुटाई। मामले में इलाज से संबंधित अपनी रिपोर्ट एम्स पहले ही जांच कमेटी को उपलब्ध करा चुकी है। जल्द ही जांच पूरी होने की उम्मीद है।
लालगंज क्षेत्र के रानीपुर गांव निवासी सुरेंद्र कुमार शर्मा के दो माह के बेटे राघव का बायां हाथ शहर के इंदिरा नगर स्थित सत्यम हॉस्पिटल में इलाज के बाद सड़ गया था। एम्स में ऑपरेशन कर सात जुलाई को हाथ काट दिया गया। आठ जुलाई की रात इलाज के दौरान नवजात ने दम तोड़ दिया था। मामले में डॉ. आशुतोष सिंह के खिलाफ शहर कोतवाली में दर्ज मुकदमे की विवेचना चल रही है। शिकायत पर मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब के आदेश पर हॉस्पिटल के लाइसेंस को निलंबित करके एडीएम वित्त एवं राजस्व पूजा मिश्रा व सीएमओ डॉ. वीरेंद्र सिंह की उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की गई है।
सभी लोगों के बयान दर्ज करने के बाद बुधवार को एडीएम वित्त एवं राजस्व पूजा मिश्रा, सीएमओ डॉ. वीरेंद्र सिंह, एसीएमओ डॉ. अरविंद कुमार की टीम एम्स पहुंचकर बच्चे की मौत के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया। डॉ. रोहित कपूर, डॉ. दिव्या प्रकाश सहित अन्य लोगों से बच्चे के हाथ के सडऩे के बारे में जानकारी ली। साक्ष्यों को जुटाने के बाद टीम वापस लौट आई। सीएमओ डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि एम्स पहुंचकर साक्ष्यों को एकत्र किया गया है। नवजात के हाथ में गैंगरीन की पुष्टि नहीं हुई है। जल्द ही जांच पूरी करके रिपोर्ट मंडलायुक्त को भेजी जाएगी।