रामपुर मथुरा/सीतापुर। पहाड़ों पर बारिश और बैराजों से छोड़े जा रहे लाखों क्यूसेक पानी का असर यहां सरयू नदी में दिखने लगा है। सरयू एक बार फिर उफनाने लगी है। शुक्रवार को नदी का जलस्तर बढ़कर 118.25 मीटर पर पहुंच गया। पिछले 24 घंटों के दरम्यान नदी में 45 सेमी. पानी बढ़ गया। शुक्रवार को तीनों बैराजों से नदी में दो लाख क्यूसेक छोड़ा गया। यह पानी जब यहां पहुंचेगा तो हालात और खराब होंगे। इससे तटवर्ती गांवों के लोग डरे हुए हैं।

सरयू नदी के पानी में उतार-चढ़ाव तराई क्षेत्र के लोगों की बेचैनी बढ़ा रहा है। पिछले दो दिनों से सरयू के जलस्तर में कमी से राहत मिलने की उम्मीद जगी थी। इसी बीच शुक्रवार को जलस्तर फिर तेजी से बढ़ने लगा। सरयू नदी का जलस्तर शुक्रवार को 118.25 मीटर दर्ज किया गया। 24 घंटों में नदी का पानी करीब 45 सेमी. बढ़ गया है।

खतरे के निशान से नदी महज 75 सेमी. नीचे बह रही है। जलस्तर बढ़ने से अखरी, निरंजन पुरवा, शंकर पुरवा, कनरखी, अटौरा, मिश्रण पुरवा, केवडा, शुकुल पुरवा, बगस्ती समेत दर्जनों गांवों के लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही हैं। ग्रामीणों का कहना है, कि यदि जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो हालात बेकाबू हो सकते हैं। हालांकि अभी पानी नदी के बाहर निकलने जैसी स्थिति नही हैं।

किस बैराज से कितना पानी छोड़ा गया

घाघरा बैराज- 99 हजार 447 क्यूसेक

शारदा बैराज- 68 हजार 147 क्यूसेक

बनबसा बैराज- 36 हजार 792 क्यूसेक

बैराजों से छोड़े जाने पानी की लगातार बढ़ रही मात्रा

पिछले तीन दिनों से बैराजों से छोड़े जा रहे पानी की मात्रा लगातार बढ़ रही है। बुधवार को 1 लाख 63 हजार क्यूसेक और गुरुवार को 1 लाख 84 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। जबकि शुक्रवार को 2 लाख 4 हजार 386 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

सरयू का जलस्तर बढ़ा है। लेकिन पानी अभी नदी के भीतर ही है। तटवर्ती क्षेत्र में लगातार निगरानी की जा रही है। फिलहाल बाढ़ जैसे कोई हालात नहीं हैं।

– सुखबीर सिंह, तहसीलदार महमूदाबाद



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