
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि विपक्ष के प्रति भाजपा नेतृत्व का विद्वेषपूर्ण रवैया पूर्णतया असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने विपक्ष की हर आवाज को कुचलने का इरादा कर लिया है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर उसे न विश्वास है और नहीं संविधान पर उसकी निष्ठा है।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा राज में अघोषित तानाशाही की प्रवृत्तियां साफ नज़र आ रही है। उन्होंने कहा कि जिस आधार पर सांसदों की सदस्यता ली जा रही है, अगर वह सत्तापक्ष पर लागू हो तो शायद उनके एक-दो सांसद व विधायक बचेंगे।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाए कि भाजपा अपने विरोधियों की सदस्यता छीनने के कुचक्र के साथ उनको बदनाम करने के लिए सरकारी एजेंसियों, इनकम टैक्स, ईडी, सीबीआई आदि का इस्तेमाल करके इन संस्थाओं की विश्वसनीयता को भी नष्ट कर रही है।