Lucknow News: Now MTech first year students will be able to directly take admission in PhD in AKTU, polytechni

AKTU
– फोटो : social media

विस्तार

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में अब एमटेक पहले साल वाले विद्यार्थी सीधे पीएचडी में प्रवेश ले सकेंगे। इसके लिए उन्हें अलग से पीएचडी प्रवेश परीक्षा नहीं देनी पड़ेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने पीएचडी अध्यादेश में संशोधन किया है। इस पर तीन जून को होने वाली विद्या परिषद की बैठक में मुहर लगेगी।

विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से किए गए संशोधन के अनुसार इसके लिए एमटेक में एक वर्ष निर्धारित कोर्स पूरा करने व निर्धारित ग्रेड पाने वाले विद्यार्थियों को सीधे पीएचडी में प्रवेश मिलेगा। अगर वह ऐसा नहीं करना चाहते तो पूर्व की भांति दो साल में अपना एमटेक पूरा कर सकेंगे। इसी तरह विश्वविद्यालय प्रशासन ने असिस्टेंट प्रोफेसर की पीएचडी रजिस्टर्ड छात्रों की संख्या तीन से बढ़ाकर चार और एसोसिएट प्रोफेसर की पांच से बढ़ाकर छह करने की भी संस्तुति की है।

विश्वविद्यालय की ओर से यूजीसी की नई गाइडलाइन के अनुसार अध्यादेश तैयार करने के लिए एक समिति गठित की थी। समिति के अध्यक्ष व प्रति कुलपति प्रो. मनीष गौड़ ने बताया कि यह भी संस्तुति की गई है कि लगातार तीन आरडीसी बैठकों में अनुपस्थित रहने वाले व खराब प्रगति वाले शोधार्थियों का पंजीकरण रद्द किया जाएगा। वहीं बीटेक-एमटेक की भांति अब हर शैक्षिक वर्ष में पीएचडी छात्रों को भी रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा।

मातृत्व अवकाश अब 240 दिन का

प्रो. गौड़ ने बताया कि वर्तमान व्यवस्था के अनुसार महिला शोधार्थियों को छह माह (180 दिन) का मातृत्व अवकाश दिया जाता है। इसे यूजीसी नियमों के अनुसार बढ़ाकर आठ माह (240 दिन) प्रस्तावित किया गया है। किंतु यह छुट्टी एक बार में ही मिलेगी। ऐसी महिला शोधार्थी को पीएचडी थीसिस जमा करने के लिए निर्धारित अधिकतम सीमा में एक साल की छूट दी जाएगी।

पॉलीटेक्निक प्रवेश आवेदन अब 10 तक

प्रदेश में राजकीय, अनुदानित, पीपीपी व निजी क्षेत्र की पॉलीटेक्निक में प्रवेश के लिए ऑनलाइन प्रवेश आवेदन की तिथि एक बार फिर बढ़ाकर 10 जून कर दी गई है। अभी इसकी अंतिम तिथि 31 मई थी। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के अनुसार विद्यार्थी परिषद की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अब तक हुए आवेदन के अनुसार प्रवेश की सवा दो लाख सीटों के सापेक्ष लगभग सवा तीन लाख विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। जबकि दो लाख से अधिक विद्यार्थियों ने निर्धारित शुल्क जमाकर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी की है।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *