
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम
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प्रदेश में अब निजी वाहनों के रजिस्ट्रेशन की पत्रावली पंजीकरण के बाद वाहन मालिक को सौंप दी जाएगी। वहीं वाणिज्यिक वाहनों पत्रावली आरटीओ दफ्तर में रहेगी। वाहनों की पत्रावलियां रखने में आ रही समस्या के मद्देनजर परिवहन विभाग ने यह निर्णय लिया है।
वाहन डीलर के स्तर पर जिन वाहनों का पंजीकरण होता है उनकी पत्रावली अभी डीलर के पास ही रहती है। प्रदेश मे हर महीने करीब एक लाख से अधिक दो पहिया, तीन पहिया, चार पहिया और भारी वाहन पंजीकृत होते हैं। ऐसे में डीलर्स के समक्ष वाहनों की पत्रावलियों को सुरक्षित रखने की समस्या आ रही है। डीलर्स एसोसिएशन ने परिवहन विभाग से आग्रह किया था कि निजी वाहनों की पत्रावली वाहन मालिक को सौंप दी जाए। परिवहन विभाग ने इस प्रस्ताव को मंजूर करते हुए नई व्यवस्था का शासनादेश जारी किया है।
परिवहन आयुक्त सीबी सिंह ने बताया कि निजी वाहनों की पत्रावली अब वाहन मालिक को सौंप दी जाएगी। उनसे एक शपथ पत्र लिया जाएगा कि जब कभी विभाग को पत्रावली की आवश्यकता होगी तो वह उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने बताया कि वाणिज्यिक वाहनों की फाइल विभाग में ही रहेगी।