
फांसी का फंदा
– फोटो : फांसी का फंदा
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लखनऊ में पारा के आदर्श विहार इलाके में एक पुरोहित ने सोमवार शाम पत्नी को वीडियो कॉल कर जन्मदिन की बधाई दी और अचानक गले में फंदा डालने के बाद कॉल कट कर दी। आनन-फानन पत्नी ने उसके दोस्तों को फोनकर घर भेजा। वे दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुए तो देखा कि पुरोहित का शव फंदे से झूल रहा था। पुलिस ने मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया। खुदकुशी की वजह साफ नहीं हो सकी है। तफ्तीश जारी है।
आदर्श विहार निवासी पुरोहित संतोष कुमार झा (48) घर पर अकेले रहते थे। पत्नी योगिता दिल्ली में दोनों बच्चों मोहन और यशिका के साथ रहती हैं। योगिता के मुताबिक सोमवार शाम 6:35 बजे संतोष ने उनको वीडियो कॉल कर जन्मदिन की बधाई दी और बहकी-बहकी बातें करने लगे। वह बार-बार कह रहे थे कि कभी कुछ गलत किया हो तो माफ कर देना। योगिता कुछ समझ नहीं पा रही थीं।
इसी दौरान संतोष ने अपने गले में फांसी का फंदा डाल लिया। योगिता कुछ कह पातीं, इससे पहले कॉल कट हो गई। योगिता ने इसकी जानकारी पारा में रहने वाले संतोष के दोस्त को दी तो वह संतोष के घर पहुंचे। दरवाजा न खोलने पर कुछ लोग इकट्ठा हुए और दरवाजा तोड़ दिया। भीतर कमरे में गए तो संतोष का शव लटकता मिला। इस पर पुलिस को सूचना दी।
पहले मजाक लगा…फिर मौत की खबर आई
योगिता ने बताया कि कुछ देर तक उनको मजाक लगा, लेकिन जब उन्होंने कई बार कॉल की और उसका जवाब नहीं मिला तब अनहोनी की आशंका हुई। इसके कुछ देर बाद ही पता चला कि संतोष ने फांसी लगा ली है। योगिता पति की मौत से सदमे में हैं। वह समझ ही नहीं पा रही हैं कि आखिर संतोष ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया।
योगिता ने बताया कि उनका जन्मदिन आठ अगस्त को था। सात तारीख की शाम को जब संतोष ने जन्मदिन की बधाई दी तो कुछ अटपटा लगा। मौके से सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पारा इंस्पेक्टर श्रीकांत राय ने बताया कि खुदकुशी करने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। आशंका है कि संतोष अवसाद में थे।