
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : prayagraj
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पान मसाला और तंबाकू का कारोबार करने वाली दो ट्रेडिंग फर्मों पर राज्यकर विभाग की विशेष अनुसंधान इकाई ने छापा मारकर करोड़ों की अनियमितताएं पकड़ीं। जांच के दौरान कर चोरी का खुलासा होने पर 1.23 करोड़ रुपये जमा कराए गए। राज्य कर आयुक्त ने पूरे प्रदेश में पान मसाला और तंबाकू बनाने वाली फर्मों पर जांच के निर्देश दिए हैं। पान मसाला में कर चोरी का खुलासा अमर उजाला ने किया था, जिसके आधार पर जांच के निर्देश दिए गए हैं।
इसी क्रम में अपर आयुक्त ग्रेड-1 जोन प्रथम डीपी सिंह ने पान मसाले की दो फर्मों द्वारा दाखिल किए जा रहे विवरणों का परीक्षण विभागीय आईटी टूल व पोर्टल डाटा से किया। फर्म के जीएसटीआर-टूए, टूबी और ई वे बिल इनवर्ड की जांच से पता चला कि फर्म ने इनवर्ड रॉ मैटेरियल, सुपाड़ी और पैकिंग मैटेरियल की तुलना में उत्पादन को कम करके प्रदर्शित किया है। इसके द्वारा टर्नओवर को कम प्रदर्शित करते हुए टैक्स चोरी की जा रही है।
इस आधार पर अपर आयुक्त प्रकाश यादव, संयुक्त आयुक्त अरुण शंकर राय ने फर्म द्वारा दाखिल रिटर्न का विस्तृत परीक्षण कर उत्पादन और टर्नओवर में व्यापक खामियां पाईं। इसके बाद एसआईबी की टीमों ने फर्म के कारोबारी दफ्तर में छापा मारा। वरिष्ठ अधिकारियों की पांच टीमों ने छापों में हिस्सा लिया।। इस दौरान पाया गया कि फर्म द्वारा विभिन्न कंपनियों से सुपाड़ी, कत्था, पैकिंग मैटेरियल, मेंथा आयल आदि की खलीद की जा रही थी। कारोबारी ने जांच के दौरान स्टाक रजिस्टर पेश किया। जांच के दौरान भौतिक सत्यापन में व्ापार स्थल पर 1.14 करोड़ का स्टाक अधिक और दूसरे में 1.34 करोड़ का स्टाक कम पाया गया। इसकी गणना करते हुए 1.23 करोड़ रुपये जमा कराए गए।