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फर्जी फर्मों के जरिए इनपुट टैक्स क्रेडिट हड़पने वाले बड़े रैकेट का पर्दाफाश राज्य कर विभाग की (स्पेशल टास्क फोर्स) एसटीएफ ने किया। इस रैकेट ने 122 करोड़ रुपये के फर्जी इनवायस जारी कर दिए और 57 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) हड़प लिया। तीन फर्मों पर छापेमारी के दौरान पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा किया गया।
कर चोरी के मामलों में सख्ती से लगाम लगाने के निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं। इसी क्रम में स्पेशल टास्क फोर्स बड़े आईटीसी दावों, इनवायसों और ई वे बिलों की निगरानी कर रही है। इस दौरान एसटीएफ टीम ने जांच में पाया कि आर सी इंफ्रा डिजिटल सॉल्यूशन, लड्डू डिजिटल प्राइवेट लिमिटेड और मुम्बई फिल्म इंस्टीट्यूट ने माल व सेवाओं की वास्तविक आपूर्ति के बिना ही 122 करोड़ रुपये के इनवायस जारी कर दिए। इनमें 57 करोड़ रुपये इनपुट टैक्स क्रेडिट के थे।
डाटा एनालिसिस व इंटेलीजेंस इनपुट केे आधार पर इस जानकारी के सामने आने के बाद राज्य कर आयुक्त मिनिस्ती एस ने अपर आयुक्त डीपी सिंह को तत्काल कार्यवाही के आदेश दिए। इस पर एसटीएफ की संयुक्त आयुक्त जैस्मिन और उपायुक्त एचएस दुबे ने डाटा एनालिसिस के साथ गोपनीय इनपुट जुटाए। फिर राज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआईबी) के संयुक्त आयुक्त प्रकाश यादव, उपायुक्त अजीत सिंह और कुंवर रॉबिन्स के नेेतृत्व वाली टीम ने तीनों फर्मों के व्यवसायिक और आवासीय परिसरों में छापे मारे। छापेमारी के दौरान हजारों की संख्या में प्रपत्र और इक्क्ट्रानिक डिवाइस बरामद किए गए, जिनकी जांच में फर्जी बिलों के माध्यम से फर्जी आईटीसी जारी करने के प्रमााण मिले। सभी प्रपत्रों और इलेक्ट्रानिक डिवाइस को सीज कर लिया गया है। अब आगे की कार्यवाही केंद्रीय जीएसटी के अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से की जाएगी।