Three photos of the airport were found in the mobile of the young man who reached the runway

अमौसी एयरपोर्ट
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार

सुरक्षा भेद अमौसी एयरपोर्ट के रनवे तक युवक के पहुंचने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। युवक ने एयरपोर्ट परिसर व रनवे तक कुल तीन फोटो क्लिक की थीं। ये तस्वीरें उसके मोबाइल से मिली हैं। पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। उधर, सुरक्षा में हुई चूक को लेकर आंतरिक जांच शुरू हुई है। इसमें केंद्रीय जांच एजेंसी ने आधिकारिक रूप से जानकारी साझा नहीं की है।

एयरपोर्ट के विजिटर स्टाफ गेट से 26 मई को वाराणसी निवासी सादिक हुसैन भीतर घुस गया था। वह सुरक्षा को भेदते हुए रनवे तक पहुंच गया था। सीसीटीवी कैमरे में देखने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ा था। सरोजनीनगर थाने में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने शांतिभंग में आरोपी को जेल भेजा था। प्रकरण में पुलिस के अलावा अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियां अपने स्तर से जांच कर रही हैं। सूत्रों के मुताबिक सादिक का मोबाइल जब खंगाला गया तो उसमें से तीन तस्वीरें घटना के दिन की एयरपोर्ट से संबंधित मिलीं। पुलिस ने सभी तस्वीरें साक्ष्य के तौर पर विवेचना में शामिल कर लिया है। बाकी जांच जारी है।

सुरक्षा में थी बड़ी चूक, इसलिए जांच

जिस तरह से सादिक एयरपोर्ट परिसर में घुसते हुए रनवे तक पहुंच गया था, ये आम बात नहीं है। सीआईएसएफ की कड़ी सुरक्षा रहती है। उसे भेदना कई सवाल खड़े करता है। सूत्रों के मुताबिक इस लापरवाही की भी आंतरिक जांच चल रही है। जांच एजेंसी के उच्चाधिकारियों ने प्रकरण को गंभीरता से लिया है। वह अपने स्तर से इसमें जांच कर कार्रवाई करेंगे।

मेडिकल दस्तावेजों का सत्यापन शुरू

पूछताछ में सादिक ने बताया कि वह मानसिक रूप से बीमार है। उसने इलाज संबंधी दस्तावेज भी सौंपे थे, जो दिल्ली के एक डॉक्टर से संबंधित हैं। पुलिस डॉक्टर से संपर्क कर दस्तावेजों का सत्यापन कर रही है। हालांकि, अफसरों का कहना है कि जिस तरह की गतिविधि सादिक की रही है वह असामान्य है। मेडिकल बैकग्राउंड के आधार पर भी ऐसे प्रकरण में उसको किसी तरह की राहत नहीं मिल सकती है। उस पर सख्त कार्रवाई तय है।

इतिहास खंगाल रहीं एजेंसियां

पुलिस समेत अन्य सभी एजेंसियां सादिक व उसके परिवार का इतिहास खंगाल रही हैं। उसके दोस्तों का भी बैकग्राउंड पता किया जा रहा है। मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल गहनता से देखी जा रही है, जिससे किसी तरह का कोई साक्ष्य न छूट जाए।

पड़ताल कर रहीं एजेंसियां

केस की विवेचना चल रही है। साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जो जानकारी आरोपी ने पूछताछ के दौरान देकर दस्तावेज दिए थे, उनका सत्यापन किया जा रहा है। अन्य एजेंसियां भी अपने स्तर से पड़ताल कर रही हैं। – विनीत जायसवाल, डीसीपी साउथ



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