
रायबरेली में जिला अस्पताल में ब्लड जांच रिपोर्ट लेने व रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लगी भीड़।
जिला अस्पताल में ब्लड सेपरेशन यूनिट शुरू न होने से बढ़ी परेशानी
डीप फ्रीजर व अन्य उपकरण नहीं मिले, बाजार से खरीदते प्लेटलेट्स
संवाद न्यूज एजेंसी
रायबरेली। जिले में डेंगू, बुखार व अन्य संक्रामक रोगों के बढ़ने के साथ ही प्लेटलेट्स की डिमांड भी कई गुना बढ़ गई है। जिला अस्पताल में ब्लड सेपरेशन यूनिट के शुरू न होने से मरीजों को निजी ब्लड बैंकों से महंगे रेट पर प्लेटलेट्स खरीदनी पड़ रही है। मात्र 10 दिन में जिले में 7240 से अधिक बुखार के रोगी सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाने के लिए पहुंचे। 100 से अधिक मरीजों में डेंगू के लक्षण मिले हैं। जिला अस्पताल में यूनिट के लिए डीप फ्रीजर व अन्य उपकरण बार-बार डिमांड करने के बाद भी नहीं मिले।
जिला अस्पताल व सीएचसी पीएचसी में बुखार व डायरिया के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। बृहस्पतिवार को भी 20 से अधिक मरीज जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए। डेंगू वार्ड में कई मरीजों को भर्ती करके उनका इलाज किया जा रहा है। डेंगू के मरीजों की प्लेट्लेट्स काफी कम होने के कारण उन्हें कंपोनेंट की जरूरत होती है, लेकिन जिला अस्पताल में अब तक इस कंपोनेंट की व्यवस्था ब्लड बैंक में नहीं हो सकी है।
ब्लड सेपरेशन यूनिट स्थापित करने के लिए लंबे समय से प्रयास चल रहा है। कुछ उपकरणों के कारण ही यूनिट शुरू नहीं हो पा रही है। जिले में प्लेट्लेट्स की डिमांड कई गुना बढ़ गई है। ऐसे में निजी ब्लड बैंक के संचालकों की चांदी हाे गई है। मरीजोंं से ब्लड के कंपोनेंट के लिए मोटी रकम वसूल रहे हैं।
जिले में 10 दिन में मिले बुखार के रोगी
दिनांक ओपीडी में बुखार के रोगी
पांच अक्तूबर 850
चार अक्तूबर 950
तीन अक्तूबर 510
दो अक्तूबर 315
एक अक्तूबर 720
30 सितंबर 850
29 सितंबर 700
28 सितंबर 810
27 सितंबर 710
26 सितंबर 825
कुल 7240
इलाज के साथ उचित खानपान जरूरी : डॉ. सलीम
जिला अस्पताल के हॉर्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. सलीम का कहना है कि डेंगू और बुखार में संतुलित व पौष्टिक आहार खाने से मरीज जल्द स्वस्थ हो जाते हैं। डेंगू मरीजों के शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। ताजे फलों का जूस, सूप, नारियल पानी, पत्तेदार सब्जी, मिक्सवेज खिचड़ी, दाल, दलिया आदि खाने में शामिल किया जाए। बढ़िया खानपान और इलाज के कारण ही मरीज तीन से पांच दिन में स्वस्थ हो रहे हैं।
ब्लड सेपरेशन यूनिट संचालित कराने का काम लगभग पूरा हो चुका है। डीप फ्रीजर व कुछ अन्य उपकरण आने बाकी हैं। लाइसेंस के लिए आवेदन भी कर दिया गया है। जल्द ही यूनिट शुरू होगी। यूनिट के शुरू होने के बाद प्लेटलेट्स व ब्लड के अन्य कंपोनेंट के लिए मरीजों को परेशानी नहीं होगी।
-डॉ. महेंद्र मौर्या, सीएमएस जिला अस्पताल