रायबरेली। जैन मंदिर और पंच कल्याणक महोत्सव की नौवीं वर्षगांठ के दो दिवसीय आयोजन में दूसरे दिन रविवार को भी धार्मिक कार्यक्रमों की धूम रही। सुबह शुभम शास्त्री के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मंदिर के शिखर पर चारों दिशाओं में विराजमान भगवान महावीर स्वामी, मुनिसुव्रतनाथ, चंद्रप्रभु और आदिनाथ भगवान की शांतिधारा करने का सौभाग्य मिला। शाम को 24 तीर्थंकरों की जैन श्रद्धालुओं ने आरती कर प्रभु की वंदना की।
सिविल लाइन स्थित जैन मंदिर में दूसरे दिन भी सुबह से ही पूजा अर्चना का कार्यक्रम शुरू हो गया। 108 रिद्धि सिद्धि मंत्रों के माध्यम से भगवान आदिनाथ भगवान को अर्ध्य चढ़ाया गया। शाम को हुए धार्मिक कार्यक्रम में प्रिया, रूपल, पूजा, स्वाति, रुचिका, वसुधा, प्रियंका, समीक्षा, सिम्मी जैन का विशेष योगदान रहा। धर्मसभा में जैन समाज के अध्यक्ष सुनील जैन ने कहा कि जैन धर्म में तीन रत्न सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान और सम्यक चरित्र हैं, जिनका हर इंसान को पालन करना चाहिए। अपने जीवन में सच्चा चिंतन रखना, सच्चा ज्ञान रखना और अपने जीवन में अपनी प्रत्येक चर्चा भी सच्ची रखना, यही जैन धर्म का सार है।
मीडिया प्रभारी अंकित जैन ने बताया कि जैन मंदिर की वर्षगांठ पर बड़ी संख्या में जैन श्रद्धालुओं के साथ ही अन्य समुदायों के लोगों ने जैन मंदिर पहुंच कर भगवान के दर्शन किए। शाम को संगीतमय सामूहिक आरती, मंगलाचरण, दीप प्रज्वलन समेत कई धार्मिक कार्यक्रम हुए। इस मौके पर अतुल जैन, इंदरचंद जैन, संदीप जैन, अजय जैन, अशोक जैन, रमेश जैन, हेमेंद्र जैन, संजय जैन, वैभव जैन, रमेश जैन, सनी जैन, विवेक जैन, विजयंत जैन, उमेश जैन, अरिहंत जैन, नितिन जैन, अनुराधा जैन, पूजा जैन, शालनी जैन, स्वाति जैन, रेखा जैन, शकुंतला जैन, प्रियंका जैन, रजनी जैन, रंजना जैन, शारदा जैन, अनीता जैन, रेखा जैन, इंदु जैन आदि उपस्थित रहे।