संवाद न्यूज एजेंसी, लखनऊ

Updated Wed, 17 May 2023 11:51 PM IST

रायबरेली। एम्स के सामुदायिक और पारिवारिक चिकित्सा विभाग की ओर से बुधवार को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया गया। इस मौके पर लोगों को जागरूक करने के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यकारी निदेशक प्रो. अरविंद राजवंशी ने कर्यक्रम की शुरूआत कराई। कहा कि हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों की संख्या में वृद्धि देखी गई है और यह युवाओं को भी प्रभावित कर रहा है।

कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ. भोला नाथ ने कहा कि रक्तचाप को सही तरीके से मापें। इसे नियंत्रित करें और लंबे समय तक जीवित रहें। उच्च रक्तचाप से विश्व में हर साल 70 लाख से अधिक मौतें हो रही हैं। भारत में 20 से 40 वर्ष के आयु वर्ग में हर आठवां व्यक्ति बीपी के चपेट में है। डॉ. मुकेश शुक्ला ने बताया कि कम उम्र में उच्च रक्तचाप होने का प्रमुख कारण अधिक गतिहीन आदतें और प्रसंस्कृत भोजन का सेवन है।

एम्स ऋषिकेश के जनरल मेडिसिन विभाग की एडिशनल प्रोफेसर डॉ. मोनिका पठानिया ने बताया कि बीपी की नियमित जांच करानी चाहिए। डॉ. रंजीता कुमारी ने बताया कि उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए दवाओं के उपयोग के अलावा जीवन शैली, आहार में संशोधन आदि पर ध्यान देना जरूरी है। तनाव से बचने का प्रयास किया जाए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीरज पवार ने किया। करीब 400 प्रतिभागियों ने इस वेबिनार के लिए पंजीकरण कराया था।



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