रायबरेली। शासन के आदेश पर जिले में करीब 80 करोड़ कीमत के सिरप और टैबलेट की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। एजेंसी संचालकों को ये दवाएं संबंधित कंपनी को वापस करने के आदेश दिए गए हैं। जिले में करीब 50 लाख शीशी सिरप और 10 लाख प्रतिबंधित दवा की टैबलेट डंप है। प्रतिबंधित दवाओं व सिरप की बिक्री करने पर मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी गई है।

शासन ने 14 दवाओं व सिरप को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। कांबिनेशन वाली इन दवाओं से सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ने के कारण शासन ने यह निर्णय लिया है। रोक के बाद भी करबी 80 करोड़ कीमत की प्रतिबंधित दवाएं जिले की एजेंसियों व मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध है। ड्रग इंस्पेक्टर शीवेंद्र प्रताप सिंह ने सोमवार को पत्र जारी करके संबंधित दवाओं की बिक्री करने पर रोक लगा दी है। सख्त आदेश दिए हैं कि एजेंसी संचालक मेडिकल स्टोर से दवाएं वापस लेकर संबंधित दवा कंपनियों को वापस कर दें। यदि मेडिकल स्टोर संचालक दवाओं की बिक्री करते पकड़ा गया तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

शासन ने कई सॉल्ट से बनी 14 तरह की दवाओं को प्रतिबंधित किया है। इसमें निमोस्लाइड व पैरासिटामॉल डिस्पर्सिबल टैबलेट, एमॉक्सीलन व ब्रोम्हेक्सिन, फोल्कोडीन व प्रोमेथाजीन, क्लोफेनेमिल व डेक्सोमेंथोर्फिन, क्लोरोफनेमिल व कोडीन, अमोनियम क्लोराइड व ब्रोम्हेक्सिन, ब्रोम्हेक्सिन व डेक्सोमेथोर्फिन, पैरासिटामॉल व प्रोम्हेक्सिन, सल्बूटालॉल व ब्रोम्हेक्सिन, क्लोर्फेनिमाइन व कोडीन फास्फोरेट, फेनीटॉन व फेनोबाबटोन, अमोनियम क्लोराइड व सोडियम साइट्रेट, सल्बूटामॉल व हाईड्रोऑक्सेथिल थियोफाइलिन की कांबिनेशन वाली सभी प्रकार की दवाओं की बिक्री और आपूर्ति को प्रतिबंधित किया गया है।

प्रतिबंधित दवाओं में सामान्य संक्रमण जैसे सर्दी, खांसी, कफ, बुखार को ठीक करने वाली हैं। इन दवाओं के सेवन से तेजी से लाभ मिलता है, लेकिन ये सेहत के लिए बेहद खतरनाक हैं। एक ही दवा में कई तत्वों का साल्ट होने के नुकसानदेय हैं। इन दवाओं के सेवन से मरीज ऐसे साल्ट भी खा लेता है, जिसकी जरूरी उसे नहीं होती है।

पिछले सप्ताह जौनपुर से कोडीनयुक्त सिरप परचेज करने के बाद भी लेखाजोखा न दे पाने के मामले में तीन दवा एजेंसियों के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं। करीब 25 हजार प्रतिबंधित दवा की लेखाजोखा नहीं मिला है। मामले की जांच चल रही है। जल्द ही मामले में कार्रवाई हो सकती है, क्योंकि जौनपुर में पहले ही इस दवा के अवैध कारोबार से जुड़े 10 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *