बादशाहनगर मेट्रो स्टेशन और रेलवे स्टेशन के बीच प्रस्तावित स्काईवॉक को मंजूरी मिल गई है। करीब 6.3 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह स्काईवॉक एक वर्ष में तैयार हो जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने इसका नक्शा मेट्रो प्रशासन को भेज दिया है, और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
बादशाहनगर रेलवे स्टेशन के ठीक सामने बादशाहनगर मेट्रो स्टेशन स्थित है। यात्रियों की सुविधा के लिए दोनों स्टेशनों को जोड़ने की योजना गत वर्ष ही तैयार की गई थी। इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट के बाद अब मुख्यालय से संस्तुति मिल गई है।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, स्काईवॉक की लंबाई 100 मीटर और चौड़ाई पांच मीटर होगी। इसमें सिविल और इलेक्ट्रिकल दोनों प्रकार के कार्य कराए जाएंगे। परियोजना नवंबर 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है। पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम गौरव अग्रवाल ने बताया कि बादशाहनगर स्टेशन को मेट्रो से जोड़ने के लिए स्काईवॉक की संस्तुति मिल गई है। ड्रॉइंग मेट्रो प्रशासन को भेज दी गई है। इसे एक साल में बनाकर तैयार करने का लक्ष्य है।
स्काईवॉक पर ही मिलेंगे टिकट
मेट्रो से आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे प्रशासन स्काईवॉक पर ही टिकट काउंटर स्थापित करेगा। इस तरह यात्रियों को स्टेशन पहुंचने पर टिकट के लिए अलग से कतार में नहीं लगना पड़ेगा। स्काईवॉक से उतरने के बाद यात्री लिफ्ट और एस्केलेटर के माध्यम से प्लेटफॉर्म तक पहुंच सकेंगे।
लखनऊ जंक्शन पर बना था पहला स्काईवॉक
राजधानी का पहला स्काईवॉक लखनऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन पर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने बनवाया था, जिसे दुर्गापुरी मेट्रो स्टेशन से जोड़ा गया है। इसके अलावा उत्तर रेलवे प्रशासन भी चारबाग रेलवे स्टेशन को चारबाग मेट्रो स्टेशन से जोड़ने के लिए स्काईवॉक निर्माण की योजना पर काम कर रहा है।
