एक सप्ताह पहले लीज निरस्त करने के बाद सोमवार को नगर निगम ने पूरी तरह से गोमती नगर स्थित सहारा शहर की 170 एकड़ जमीन को अपने कब्जे में ले लिया। परिसर के अंदर बने मकानों और कार्यालयों से सभी को बाहर निकालने के बाद सभी छह गेटों में पांच को ताला लगाकर सील कर दिया गया है और एक गेट के ताले को सील नहीं किया गया ताकि नगर निगम के कर्मचारी अधिकारी आ जा सकें। वहां पर सुरक्षा कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं। परिसर खाली कराकर कब्जा लेने की कार्रवाई करीब 10 घंटे चली।
कब्जा लेने की कार्रवाई के दौरान नगर निगम की टीम को हल्के विरोध का भी सामना करना उन कर्मचारियों का करना पड़ा जो बकाया वेतन की मांग को लेकर सहारा प्रबंधन के खिलाफ कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस की मदद से उनको गेट से बाहर किया गया। कार्रवाई को लेकर भारी पुलिस बल नगर निगम की टीम के साथ था ताकि हंगामा बवाल होने की स्थिति में उस पर काबू किया जा सके। हालांकि ऐसी नौबत नहीं आई।
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नगर निगम के जोनल अफसर संजय यादव और प्रभारी अधिकारी सम्पत्ति रामेश्वर प्रसाद ने बताया कि परिसर में रहने वाले सभी को बाहर निकालकर उसे कब्जे में ले लिया गया है। कार्रवाई सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई और रात करीब आठ बजे तक चली। परिसर के अंदर कोई रह न जाए इसके लिए जांच करने के साथ ही एनाउंसमेंट भी कराया गया। यह बोर्ड भी लगा दिया गया है कि परिसर में अनाधिकृत प्रवेश करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।