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जमीन व अन्य स्कीमों के नाम पर हजारों लोगों से अरबों रुपये की ठगी करने वाली शाइन सिटी कंपनी के फरार वाइस प्रेसीडेंट मनीष जायसवाल को विकासनगर पुलिस ने बृहस्पतिवार को घर से गिरफ्तार कर लिया। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम था।
डीसीपी नॉर्थ राम नारायन सिंह ने बताया कि शाइन सिटी इंफ्रा प्रॉजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने सस्ते में प्लॉट देने, डिजिटल करंसी व कई अन्य स्कीमों में निवेश करने के नाम पर अरबों का फ्रॉड किया है। कंपनी के खिलाफ लखनऊ समेत अन्य जिलों में 550 केस दर्ज हैं। शासन के आदेश पर इनकी जांच ईओडब्ल्यू को ट्रांसफर की गई थी। कंपनी से जुड़े 62 अधिकारियों, कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। विकासनगर निवासी मनीष जायसवाल की काफी दिनों से तलाश थी। इस बीच विकासनगर पुलिस को पता चला कि वह सेक्टर-3 स्थित घर पर है। इसके बाद उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने कंपनी से जुड़े कई अन्य लोगों के नाम बताए हैं। पुलिस अब उनके बारे में पता लगा रही है।
पुलिस के डर से किराये पर रह रहा था
एडीसीपी नॉर्थ जितेंद्र कुमार दुबे ने बताया कि मूल रूप से प्रयागराज के मुठ्ठीगंज निवासी मनीष ने लोन पर जानकीपुरम में फ्लैट खरीदा था। कुछ समय तक वह परिवार संग इसमें रहा। जब पुलिस ने उसकी तलाश में दबिश शुरू की तो उसने फ्लैट खाली कर दिया और विकासनगर में किराये पर रहने लगा। आठ अगस्त को जेसीपी क्राइम ने मनीष पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। उसके खिलाफ शाइन सिटी कंपनी से जुड़े दो आपराधिक मामले गोमतीनगर थाने में वर्ष 2019 और 2021 में दर्ज किए गए। मनीष के खिलाफ गोमतीनगर थाने में वर्ष 2018 में मारपीट का भी एक केस है। शाइन ने करीब 33 कंपनियां बनाई थीं।
दुबई में है कंपनी का सीएमडी राशिद
कंपनी का सीएमडी राशिद नसीम अब भी फरार है। उसकी पर पांच लाख रुपये का इनाम है। बताया जाता है कि वह दुबई में है और वहीं से अपना नेटवर्क चला रहा है।