
लखनऊ में मौसम
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बीते दो दिनों से पारे में जारी बढ़ोतरी भी बुधवार को रुक गई। दिन और रात के तापमान में गिरावट आई और यह 37.6 डिग्री और 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। 25 मई से शुरु हुआ नौतपा दो मई को खत्म होगा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी तो फिलहाल मौसम ऐसे ही रहेगा, पर जून के दूसरे सप्ताह में भीषण गर्मी के आसार बन रहे हैं। वहीं बृहस्पतिवार को बादल आते जाते रहने के आसार हैं। पारे में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं होगा।
वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ एचआर रंजन के मुताबिक, फिलहाल जो सिस्टम नजर आ रहा है, उसके मुताबिक, सात जून से 11 जून तक भीषण गर्मी के संकेत मिल रहे हैं। इस बीच पारा 45 से 46 डिग्री तक पहुंच सकता है। गर्म हवा बेहाल करेगी। हालांकि 18 से 21 तक लखनऊ संग पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में बादलों का डेरा रहने से राहत मिलेगी, हल्की बूंदाबांदी होने की भी संभावना है। 22-23 में मानसून उत्तर प्रदेश में पहली बारिश करेगा। हालांकि संभावित तारीख 18 जून है।
आंधी-तूफान, गर्मी-बारिश के रिकॉर्ड बनाकर मई माह की विदाई हो गई। इस मई में अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री तक पहुंच गया। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, इससे पहले 2008 अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था। हालांकि 1987 की मई में पारा 30 डिग्री से भी कम यानी 29 डिग्री तक पहुंचा गया था। इतना ही नहीं मई में अधिकतम तापमान पहले के वर्षों में 44.7 तक पहुंचा था, इस साल तो यह 41.6 डिग्री पर सिमट गया।
बारिश भी तुलनात्मक रूप से ज्यादा, मई में 39.9 मिमी बरसा वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक मो. दानिश के मुताबिक, एक मई से 39 मई तक लखनऊ एयरपोर्ट पर 39.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। 4 मई को सर्वाधिक 12.7 मिमी बारिश हुई थी। 2011 से 2022 तक के उपलब्ध आंकड़ों पर नजर डालें तो 2020 की मई में एक दिन में 58.6 मिमी पानी बरस गया था। अन्य वर्षों में 2.1 से 21 मिमी तक अधिकतम बरसात रिकॉर्ड की गई। इस लिहाज से मई 2023 में ज्यादा पानी बरसा।
बीते वर्षों में मई में उच्चतम में निम्नतम तापमान कुछ यूं रहा
तापमान तारीख
29 डिग्री 03 मई 1987
29.4 डिग्री 03 मई 1969
30 डिग्री 11 मई 1977
30.2 डिग्री 16 मई 1971
30.5 डिग्री 04 मई 1987
30.6 डिग्री 29 मई 1971
30.7 डिग्री 23 मई 1982
30.9 डिग्री 22 मी 2003
31 डिग्री 22 मई 2008
31.2 डिग्री 15 मई 2006