
सुषमा खर्कवाल।
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नगर निगम चुनाव में शहर एक बार फिर भगवामय हो गया। 110 वार्डों में से भाजपा ने 80 पर परचम लहराया। पार्टी की मेयर प्रत्याशी सुषमा खर्कवाल ने रिकॉर्ड 2.04 लाख वोटों से प्रचंड जीत दर्ज की। सपा को 21, कांग्रेस को चार और बसपा को एक वार्ड में जीत मिली। चार वार्डों में निर्दलीय जीते। पिछले चुनाव में भाजपा ने 58 वार्डों में जीत दर्ज की थी। दस नगर पंचायतों की बात करें तो भाजपा, सपा और बसपा को तीन-तीन और एक निर्दलीय को अध्यक्ष पद मिला है।
सुषमा खर्कवाल को सिर्फ सपा प्रत्याशी वंदना मिश्रा ही कुछ टक्कर दे पाईं। इन दोनों के अलावा बाकी 11 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। इनमें बसपा की शाहीन बानो, कांग्रेस की संगीता जायसवाल और आम आदमी पार्टी की अंजू भट्ट शामिल हैं। जीत के बाद सुषमा खर्कवाल के आवास और भाजपा कार्यालय पर भी जश्न मनाया गया।
रमाबाई अंबेडकर मैदान में शनिवार को मतगणना के पहले ही चरण से भाजपा प्रत्याशी ने बढ़त बना ली। आखिरी 20वें राउंड तक आते-आते सुषमा खर्कवाल और बाकी प्रत्याशियों के बीच वोट का अंतर 1.84 लाख हो चुका था। ऐसे में दोपहर करीब 12:30 बजे के बाद परिसर में मेयर पद का दूसरा प्रत्याशी दिखाई ही नहीं दिया। अंत में सुषमा खर्कवाल ने 2,04,141 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 5,02,660 वोट मिले। दूसरे स्थान पर रहीं सपा की वंदना मिश्रा को 2,98,519 वोट मिले। कांग्रेस की संगीता जायसवाल को 1,02,633 और बसपा की शाहीन बानो को 75,997 वोट मिले। आप की अंजू भट्ट को 25,206 वोट मिले।
11 साल बाद टूटा जीत का रिकॉर्ड
लखनऊ में मेयर के चुनाव में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड 11 साल बाद टूट गया। इससे पहले 2012 में डॉ. दिनेश शर्मा 1.73 लाख वोटों के अंतर से जीते थे। 2017 के चुनाव में संयुक्ता भाटिया ने 1.31 लाख वोटों के अंतर से विरोधी को हराया था। इस बार सुषमा खर्कवाल और सपा की प्रत्याशी में 2.04 लाख वोटों का अंतर है। भाजपा ने लगातार छठवीं बार लखनऊ में मेयर बनाने का रिकॉर्ड भी बना लिया है।
पोस्टल बैलेट में भी आगे रहीं सुषमा
सुषमा खर्कवाल पर सरकारी कर्मचारियों, अधिकारियों ने भी भरोसा जताया है। पोस्टल बैलेट की गिनती में उन्हें 1863 में से 854 वोट मिले हैं। सपा की वंदना मिश्रा को 537, बसपा की शाहीन बानो को 233, आप की अंजू भट्ट को 73 और कांग्रेस की संगीता जायसवाल को 60 वोट मिले। 15 लोगों को कोई प्रत्याशी अच्छा नहीं लगा और उन्होंने नोटा का उपयोग किया।
13 में से 11 की जमानत हुई जब्त
निर्वाचन आयोग का नियम है कि प्रत्याशियों को कुल पड़े वोट का छठवां भाग कम से कम मिलना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर उसकी जमानत की रकम जब्त हो जाएगी। भाजपा के अलावा केवल सपा प्रत्याशी को ही न्यूनतम 1.72 लाख से अधिक वोट मिले। ऐसे में बाकी 11 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।
आठ प्रत्याशियों से अधिक नोटा को वोट
मेयर के चुनाव में नोटा (नन ऑफ द अबव) का बटन भी खूब दबा। 6850 वोटरों ने इसका इस्तेमाल किया। यह आंकड़ा 13 में से आठ प्रत्याशियों को मिले वोटों से अधिक था। मेयर पद के लिए कुल वोट 10,36,079 गिने गए। इनमें से 10,34,216 ईवीएम के जरिए पड़े।
किसे, कितने वोट मिले
प्रत्याशी वोट
सुषमा खर्कवाल, भाजपा 5,02,660
वंदना मिश्रा, सपा 2,98,519
संगीता जायसवाल, कांग्रेस 1,02,633
शाहीन बानो, बसपा 75,997
अंजू भट्ट, आप 25,206
लक्ष्मी कुशवाला, जनअधिकार पार्टी 4,701
अल्का पांडेय, सुभासपा 3,813
ऊषा त्रिपाठी, गांधीयन पीपुल्स पार्टी 3,227
आशा मिश्रा, निर्दलीय 3645
डॉ. नलिनी खन्ना 1836
मधु सेन, निर्दलीय 2571
मिथिलेश सिंह, निर्दलीय 2383
मंजू दोहरे, निर्दलीय 2038
नोटा 6850