
Madurai Train Fire
– फोटो : अमर उजाला
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मदुरै ट्रेन हादसे में सकुशल बचे यात्री भी रविवार को लखनऊ पहुंचे। गोमतीनगर विस्तार निवासी सीता सिंह रविवार दोपहर की फ्लाइट से लखनऊ पहुंचीं। उन्हें एयरपोर्ट पर लेने के लिए दोनों बेटे मोहित और रोहित व बहुएं नेहा और एकता पहुंची थीं। उनके चेहरे पर भय दिख रहा था, पर सुकून मिला जब सामने बेटे और बहुओं को देखा।
बेटे मोहित बोले- मोहल्ले के कई लोग तीर्थयात्रा पर जा चुके थे, इस बार मम्मी ने फैसला किया जाने का। सीता सिंह ने बताया कि वे चार बजे सुबह उठ जाती हैं, उस दिन भी उठ गई थीं। तभी आग-आग आ शोर मचा। चप्पल वहीं छोड़ी और सामने हैंडबैग दिखा तो बदहवास सी उसे लेकर निकल पड़ीं। हालांकि इस बीच दरवाजा खोलने में समय लग रहा था। निश्चित तौर पर मौत को बहुत करीब से देखा हमने।
मदुरै हादसा : ईश्वर की कृपा है…मम्मी-पापा सकुशल लौट रहे
ईश्वर की कृपा है कि मम्मी-पापा सकुशल लौट रहे हैं। हमारे लिए ये किसी दिवाली से कम नहीं, ईश्वर का जितना भी धन्यवाद करें कम है। ये कहते हुए अंकित की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। रूंधे गले से उन्होंने मम्मी-पापा से हुई बातचीत विस्तार से बताना शुरू किया। रविवार रात दोनों की वापसी हुई।
आलमबाग निवासी अंकित ने बताया कि पापा रिटायर हैं और एक छोटी सी दुकान संभालते हैं और वे प्राइवेट जॉब करते हैं। अंकित ने बताया कि शनिवार सुबह 9.30 बजे ही मम्मी-पापा के सुरक्षित होने का समाचार मिल चुका था। मम्मी-पापा का मोबाइल फोन ट्रेन में ही छूट गया था।