{“_id”:”67a188511de134db0104181e”,”slug”:”mahakumbh-2025-devotees-should-not-rest-on-triveni-sangam-tat-visit-of-officials-and-security-personnel-2025-02-04″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Mahakumbh: बहिनी, भइया और माता संगम तट पर न करें विश्राम, यहां रही सबसे अधिक निगरानी; गूंजती रही सायरन की आवाज”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
महाकुंभ मेला क्षेत्र में स्नान पर्व के दौरान निरीक्षण करते पुलिस आयुक्त और मंडल आयुक्त – फोटो : अमर उजाला
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चाचा, भइया, माताजी और बहिनी त्रिवेणी के तट पर आपका स्वागत है। अगर आप स्नान कर चुके हैं तो घाट को खाली कर दें और आगे की तरफ बढ़ें। घाट पर ना सोएं। वसंत पंचमी का मुहूर्त आरंभ हो चुका है और आप जल्दी जल्दी स्नान करके आगे बढ़ते रहें।
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घाट के किनारे और रास्ते में बैठकर आराम ना करें। मेला क्षेत्र में जगह-जगह जन आश्रय स्थल बनाए गए हैं, वहीं जाकर विश्राम करें। रात के नौ बजे से संगम नोज पर माइक और लाउडहेलर से यह घोषणा हर दो मिनट पर गूंज रही थी। संगम नोज के पिलर नंबर 152 से 225 पर सबसे अधिक निगरानी हो रही थी।
अर्द्धसैनिक बलों के साथ ही पुलिसकर्मी और अधिकारियों का पूरा ध्यान भी इसी जगह पर था। संगम नोज पर भीड़ का दबाव कम करने के लिए पिलर नंबर 240 के पास से मेला क्षेत्र तक रस्सियों की बैरिकेडिंग करके अर्द्धसैनिक बलों के जवान खड़े थे।
किला मार्ग से आने वाली पूरी भीड़ को यमुना की तरफ डायवर्ट कर दिया गया। भीड़ अब धीरे-धीरे किला घाट की ओर बढ़ रही थी। इससे संगम नोज पर श्रद्धालुओं की भीड़ का दबाव थोड़ा कम हो गया। वहीं, संगम से किला मार्ग पर जाने वाली सड़क के दोनों किनारे सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु भोर का इंतजार करने के लिए जमीन पर ही बैठे हुए थे।