
सोरोंजी से मेटाडोर में कंडियां लादकर ले जाते व्यापारी।
सोरोंजी। तीर्थनगरी में महाशिवरात्रि का वार्षिक कांवड़ मेला 12 फरवरी माघ पूर्णिमा से प्रारंभ होगा। यह मेला 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक चलेगा। मेले के लिए दुकानदारों ने दुकानें लगाना शुरू कर दिया है।लहरा घाट, कासगंज गेट, होडलपुर में राजमार्ग किनारे कांवड़ मेले की दुकानें सजती है। निकटवर्ती जिले एटा, बदायूं के दुकानदार भी दुकानें लगाते हैं। जिन पर कांवड़, कांवड़ सजाने का सामान, कपड़े, बेंत, घुंघरू, घंटी, गंगाजली आदि सामान की बिक्री होती है। पालिका प्रशासन द्वारा कांवड़ियों के लिए लहरा घाट मार्ग पर प्रकाश, पेयजल आदि का इंतजाम किया जा रहा है। लहरा घाट पर अतिरिक्त सफाईकर्मियों की तैनाती मेला तक रहेगी। पुलिस व यातायात विभाग द्वारा भी राजमार्ग पर फोरलेन सड़क की एक पट्टी वाहनों के आवागमन के लिए बंद रहेगी। गंगा घाटों पर स्वास्थ्य कैंप लगाने, पार्किंग स्थल, गोताखोरों की तैनाती की योजना तैयार की गई है। तीर्थनगरी के होडलपुर के कांवड़ की कंडिया और कादरबाड़ी में कांच की गंगाजली बनाने वाले कारीगर मेले में सामना भेज रहे हैं। वहीं कछला, अनूपशहर, ढाई घाट, नरौरा आदि स्थानों के व्यापारी भी सामान ले जा रहे हैं। थोक विक्रेताओं के यहां शिकारपुर से कांच की तस्वीरें, मुरादाबाद से गंगाजली, दिल्ली से सजावटी सामान, पुरदिल नगर से मोती की माला, कोलकाता से बेंत,जलेसर से घुंघरू-घंटी, वाराणसी, दिल्ली, मथुरा आदि स्थानों से भी दुकानदार पहुंच रहे हैं।