रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में बुधवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 47वें दीक्षांत समारोह की शुरुआत हुई। राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल, मुख्य अतिथि प्रो. सरोज चूड़ामणि, कुलपति प्रो. एके त्यागी समेत छह अतिथि मंचासीन हुए। इसके साथ ही राष्ट्रगान, माल्यार्पण और कुलगीत का गायन पूर्ण हुआ। इसके बाद दीक्षांत समारोह की आधिकारिक घोषणा के साथ ही अतिथियों का संबोधन शुरू हुआ। दीक्षांत में शामिल विद्यार्थियों में काफी उत्साह का माहौल है। इस दौरान कुलपति ने अपने आधिकारिक भाषण में बताया कि पिछले से लेकर इस सत्र में भी टॉप करने और मेडलिस्टों की सूची में छात्रों के मुकाबले छात्राएं ज्यादा रहीं। ये विवि में महिला सशक्तिकरण को दिखाता है। तस्वीरों में देखें, पल- पल का अपडेट

loader




Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith 47th Convocation see latest photos of celebration of Convocation in varanasi

काशी विद्यापीठ दीक्षांत समारोह
– फोटो : अमर उजाला


महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 47वें दीक्षांत समारोह में 101 मेधावियों को मेडल दिए जा रहे हैं। इसके अलावा स्नातक, स्नातकोत्तर सहित अन्य कोर्स को मिलाकर 71243 को उपाधियां दी जाएंगी।


Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith 47th Convocation see latest photos of celebration of Convocation in varanasi

काशी विद्यापीठ दीक्षांत समारोह
– फोटो : अमर उजाला


पहली बार रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में हो रहे समारोह में मुख्य अतिथि केजीएमयू की पूर्व कुलपति पद्मश्री प्रो. सरोज चूड़ामणि हैं। समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल आनंदीबेन पटेल कर रही हैं।


Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith 47th Convocation see latest photos of celebration of Convocation in varanasi

काशी विद्यापीठ दीक्षांत समारोह
– फोटो : अमर उजाला


कुलपति प्रो. एके त्यागी ने बताया कि दीक्षांत समारोह में तीन ट्रांसजेंडर को भी उपाधि दी जा रही है। समारोह का सजीव प्रसारण कैंपस के गांधी अध्ययन पीठ और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किया जा रहा है।


Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith 47th Convocation see latest photos of celebration of Convocation in varanasi

काशी विद्यापीठ दीक्षांत समारोह
– फोटो : अमर उजाला


स्नातक में सर्वोच्च अंक पाने वाली बीए संस्कृत की छात्रा आकांक्षा प्रजापति और स्नातकोत्तर में एमएफए में अक्षत कुमार सिंह को दो-दो स्वर्ण पदक दिए गए। ऐसा पहली बार हुआ जब दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों के टॉपर्स को अलग-अलग मेडल मिला। 




Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *