
वृंदावन: पंचकोसीय परिक्रमा करते श्रद्धालु
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
तीर्थनगरी मथुरा के वृंदावन में प्राचीन सप्त देवालयों सहित मंदिरों में कार्तिक मास में होने वाली नियम सेवा की तैयारियां गोस्वामियों द्वारा की जा रही हैं। 25 अक्तूबर से शुरू हो रहे कार्तिक मास के लिए सैकड़ों विदेशी भक्त आश्रमों, मंदिरों और होटलों में डेरा डाल रहे हैं।
माह कार्तिक (दामोदर माह) को लेकर प्राचीन सप्त देवालयों में इस माह में प्रभु की विशेष पूजा-अर्चना और आराध्यों की नियम सेवा एवं उत्सवों तिथि निश्चित हो गई है। 34 दिवसीय राधादामोदर कार्तिक नियम सेवा महोत्सव 25 अक्तूबर से शुरू होकर 27 नवंबर तक चलेगा। इसमें शरद पूर्णिमा, दीपावली, श्रील प्रभुपाद का तिरोभाव महोत्सव, देवोत्थान एकादशी पर तुलसी-शालिग्राम विवाहोत्सव, अन्नकूट महोत्सव होंगे।
यह भी पढ़ेंः- UP: बंदरों ने रोक दी राजधानी और तेजस सहित कई ट्रेनें, रेलवे प्रशासन हुआ हलकान; हकीकत पता चली तो लोग रह गए सन्न
ठा. दामोदर मंदिर में प्रतिदिन मंगल आरती प्रात: सवा चार बजे, संध्या आरती छह बजे और शयन आरती रात्रि पौने दस बजे होगी। मंदिर परिसर में प्रभु के सानिध्य में शाम चार से छह बजे तक श्रीमद्भागवत की कथा होगी।
यह भी पढ़ेंः- UP: आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर बम की सूचना पर अफरातफरी, प्लेटफॉर्म नंबर एक छावनी में तब्दील; यात्रियों में दहशत
सेवायत आचार्य करुण गोस्वामी ने बताया कि प्रतिदिन की तुलना में दामोदर मास से पूर्व ही मंदिर में प्रभु दर्शन के लिए बड़ी संख्या में देशी और विदेशी भक्तों का आना शुरू हो गया है। होटल संचालक महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कार्तिक मास में वृंदावन प्रवास के लिए बड़ी संख्या में विदेशी भक्त आ रहे हैं। रूम बुक हो रहे हैं।