
पीट-पीटकर भाइयों को मार डाला
आरोप है कि ग्राम प्रधान ने दोनों को जान से मारने की धमकी दी तो दोनों भाई रविवार की रात को ही बाइक से गोवर्धन के लिए रवाना हो गए, लेकिन रास्ते में ग्राम प्रधान और उनके साथियों ने दोनों भाइयों को घेर लिया। दोनों को इतनी बेरहमी से पीटा कि एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
पहले तो पुलिस दोनों युवकों की मौत दुर्घटना में मान रही थी, लेकिन पिता की तहरीर पर ग्राम प्रधान समेत उसके आधा दर्जन साथियों को हत्या में नामजद किया। मंगलवार की सुबह मृतकों के घर पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। परिजन हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही दोनों भाइयों के अंतिम संस्कार पर अड़ गए। लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे को देखते हुए सीओ रिफाइनरी श्वेता वर्मा के साथ फरह, रिफाइनरी, यमुनापार समेत एक प्लाटून पीएसी के जवान गांव में तैनात रहे।
36 घंटे बाद किया गया अंतिम संस्कार
पुलिस ने पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों चार दिन में हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद परिजन ने दोनों भाइयों के शव का 36 घंटे बाद अंतिम संस्कार किया। लख्खी शाह क्रांतिकारी पार्टी के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष मनोज राजपूत भी गांव पहुंच गए। उन्होंने एक सप्ताह में हत्यारोपियों की गिरफ्तारी न होने पर डीएम कार्यालय पर धरने के साथ आंदोलन का ऐलान किया।
चौकी प्रभारी के खिलाफ परिजन में दिखी नाराजगी
बच्चन सिंह ने चौकी प्रभारी पर हत्यारोपियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है। साथ उसकी भूमिका पर भी सवालिया निशान लगाया है। बच्चन सिंह की माने तो रविवार को पूरे दिन चौकी प्रभारी दुर्घटना में युवकों की मौत की तहरीर देने का दबाव बनाते रहे, लेकिन जब वह नहीं माने और थाने पहुंचे। देर शाम तक थाने पर डटे रहने के बाद देर रात पुलिस ने ग्राम प्रधान समेत उसके साथियों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की।