राजधानी लखनऊ में मजलिसे उलमा ए हिंद के महासचिव एवं आसिफी मस्जिद के इमामे जुमा मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने कहा कि वक्फ की 80 फीसदी जमीनों पर सरकार का कब्जा है। सरकारी कब्जों को वैध बनाने के लिए वक्फ संशोधन कानून लाया गया है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मौलाना पत्रकारों से मुखातिब थे।
प्रधानमंत्री के बयान पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मौलाना ने कहा कि वक्फ की जमीनों पर सरकार ने कब्जा किया, इसलिए मुसलमान पंचर बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ में इंदिरा भवन, जवाहर भवन भी वक्फ की जमीन पर बने हैं।
कांग्रेस के रास्ते पर चल रही भाजपा
उन्होंने आरोप लगाया कि वक्फ की जमीनों पर सरकारी कब्जे सबसे ज्यादा कांग्रेस के शासनकाल में हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस को वक्फ मामलों में गुरु और भाजपा को शिष्य बताया। उन्होंने कहा कि वक्फ को नुकसान पहुंचाने के लिए भाजपा कांग्रेस के रास्ते पर चल रही है।
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सरकार कह रही है वक्फ संशोधन कानून गरीबों और महिलाओं की भलाई के लाया गया है, लेकिन सरकार ये नहीं बता रही कि क्या और कैसे भला होगा। उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिए जो भी वक्फ सरकार के अंडर में है, वहां से कितने गरीबों और महिलाओं का भला किया गया है।
मौलाना जवाद ने आरोप लगाया कि हुसैनाबाद ट्रस्ट 24 सालों से जिलाधिकारी के अंडर में काम कर रहा है। ट्रस्ट की करोड़ों की आमदनी है, लेकिन किसी मुसलमान का भला नहीं हुआ। मौलाना ने आरोप लगाया कि ट्रस्ट के सोने-चांदी के सामानों को डीएम की निगरानी होने के बावजूद बेच दिया गया।