
एसीएम प्रथम विनीत कुमार को ज्ञापन देते एबीवीपी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता
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रैगिंग की रोकथाम के लिए अलीगढ़ की जिला स्तरीय एंटी रैगिंग समिति का गठन किया गया। इस समिति में मीडिया और छात्र प्रतिनिधयों को स्थान नहीं मिलने पर छात्र संगठन और छात्र नेताओं ने विरोध दर्ज किया। समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी ने कमेटी में छात्र संगठन और मीडिया प्रतिनिधियों को भी नामित करने पर सहमति जाहिर की है।
यूजीसी के सचिव मनीष आर जोशी ने स्कूल, कॉलेज, डिग्री कॉलेजों में होने वाली रैगिंग की रोकथाम के लिए जिला स्तरीय एंटी रैगिंग समिति गठित करने को कहा था। जिसमें जिलाधिकारी समिति के अध्यक्ष होंगे और विश्वविद्यालय, कॉलेज या संस्थान के प्रमुख, एसएसपी, एडीएम सचिव, स्थानीय मीडिया के प्रतिनिधि, युवा विकास कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से जुड़े एनजीओ के प्रतिनिधि, छात्र संगठनों के प्रतिनिधि को रखना था।
27 मई को अलीगढ़ की जिला स्तरीय एंटी रैगिंग समिति का गठन किया। इसमें जिला मजिस्ट्रेट को अध्यक्ष, एसएसपी, विश्वविद्यालय, कॉलेज या संस्थान के प्रमुख और युवा विकास कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से जुड़े एनजीओ के प्रतिनिधि, डीओ पीआरडी, जिला क्रीड़ा अधिकारी, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, अपर जिला नगर मजिस्ट्रेट को सदस्य सचिव नामित किया गया। इसमें छात्र संगठनों और स्थानीय मीडिया के प्रतिनिधियों को नहीं रखा गया। इस पर अमर उजाला ने प्राथमिकता से खबर प्रकाशित की।
इस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, महानगर ने मंगलवार को जिलाधिकारी के नाम एसीएम प्रथम विनीत कुमार को ज्ञापन दिया। जिसमें नए सिरे से समिति गठन करने की मांग की। इस दौरान महानगर सहमंत्री प्रशांत सिंह, आशुतोष यादव, चिराग भारद्वाज, हरेंद्र सिंह, जतिन आर्य, अभिमन्यु सिंह आदि मौजूद रहे।
